राज्यसभा में रिश्तों की गंभीरता बिगाड़ने वाले रील को प्रतिबंधित करने की उठी मांग, भाजपा सांसद ने उठाया मुद्दा
राज्यसभा में रिश्तों की गंभीरता को बिगाड़ने वाले रील को लेकर चिंता जताई गई और इन्हें प्रतिबंधित करने की मांग उठी। भाजपा सांसद मदन राठौड़ ने कहा कि ये ...और पढ़ें
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राज्यसभा में रिश्तों की गंभीरता बिगाड़ने वाले रील को प्रतिबंधित करने की उठी मांग (फाइल फोटो)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। राज्यसभा में शुक्रवार को रिश्तों की गंभीरता को बिगाड़ने वाले रील को लेकर गंभीर ¨चता जताई गई। साथ ही इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होने वाले ऐसे रील को तुरंत प्रतिबंधित करने की मांग भी की गई।
शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाते हुए भाजपा सांसद मदन राठौड़ ने कहा कि ये नई पीढ़ी के बीच देवर-भाभी, चाची-भतीजे जैसे रिश्तों की पवित्रता को खराब कर रहा है। वहीं राज्यसभा में चिकित्सा जुड़े विदेशी प्रतीक चिन्हों की जगह भारतीय परंपरा के चिन्हों को निर्धारित करने की भी मांग उठी।
राज्यसभा में शून्यकाल में भाजपा सांसद राठौड़ ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा है कि हमारे देश में जहां बडी भाभी को मां माना जाता है, वहीं इंटरनेट मीडिया पर इन दिनों ऐसी घटिया रील प्रसारित की जा रही है,जिसमें इन रिश्तों को अश्लील ढंग से पेश किया जाता है।
आईटी एक्ट के तहत होगी कार्रवाई?
ये मीडिया इंटरनेट मीडिया पर अनचाहे तरीके से लोगों तक पहुंच रहे है। जिसे बच्चे भी देख रहे है। यह हमारे पवित्र रिश्तों को बिगाड़ने और बदनाम करने एक साजिश हो सकती है। ऐसे में सरकार ऐसे अश्लील रील बनाने वालों पर तुरंत प्रतिबंध लगाना चाहिए। साथ ही इनके खिलाफ आइटी एक्ट में कार्रवाई की जानी चाहिए।
राज्यसभा में इसके साथ ही शून्यकाल में भाजपा सांसद भीम सिंह ने देश में प्रयोग किए जा रहे चिकित्सा प्रतीकों को लेकर उठाया और कहा कि अभी चिकित्सा प्रतीक चिन्हों में कैड्यूसियस और रॉड ऑफ एस्कि्लपियस का जो उपयोग किया जा रहा है, वह पूरी तरह से विदेशी चिन्ह है। ऐसे में सरकार को इस विदेशी प्रतीक चिन्ह की जगह स्वदेशी चिन्ह अपनाना चाहिए। जो नया व वैज्ञानिक और हमारी प्राचीन चिकित्सा परंपरा पर आधारित हो।

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