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    आतंकी हमले से पहले पाकिस्तानी कंपनी ने क्यों खरीदी थी पहलगाम की रियल टाइम सैटेलाइट तस्वीरें? पढ़ें चौंकाने वाला खुलासा

    Updated: Tue, 13 May 2025 11:39 PM (IST)

    पहलगाम हमले से ठीक दो महीने पहले पहलगाम के बौसरन घाटी की सैटेलाइट तस्वीरों की ऑर्डर मैक्सार टेक्नोलॉजीज को दी गई थी। यह कंपनी अमेरिका की टॉप स्पेस टेक्नोलॉजी कंपनी में से एक है जो हाई रिजॉल्यूशन वाली HD तस्वीरें बेचती है। रिपोर्ट में बताया गया है कि फरवरी 2025 में पहलगाम इलाके की तस्वीरों के सबसे ज्यादा ऑर्डर मिले थे।

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    Pahalgam Terror Attack: बौसरन घाटी की सैटेलाइट तस्वीरों की ऑर्डर मैक्सार टेक्नोलॉजीज को दी गई थी: रिपोर्ट।(फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।  पाकिस्तान पोषित आतंकियों ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम (Pahalgam Terror Attack) में 26 हिंदुओं की जान ले ली। इस हमले की जिम्मेदारी द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली।  आतंकियों ने पूरी प्लानिंग के साथ इस हमले को अंजाम दिया था। आशंका जताई जा रही है कि आतंकियों को पहलगाम की सैटेलाइट तस्वीरें भी दिखाई गई हो।

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    द प्रिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, पहलगाम हमले से ठीक दो महीने पहले बौसरन घाटी की सैटेलाइट तस्वीरों की ऑर्डर मैक्सार टेक्नोलॉजीज (Maxar Technologies) को दी गई थी। यह कंपनी अमेरिका की  टॉप स्पेस टेक्नोलॉजी कंपनी में से एक है, जो हाई रिजॉल्यूशन वाली HD तस्वीरें बेचती है।

    रिपोर्ट में बताया गया है कि फरवरी 2025 में पहलगाम इलाके की तस्वीरों के सबसे ज्यादा ऑर्डर मिले थे। इसके बाद आतंकी हमले से दस दिन पहले 12 अप्रैल को भी ऑर्डर दिया गया था।  इस इलाके की तस्वीरों के ऑर्डर पिछले साल जून में मिलने लगे थे।

    मैक्सार ने पाकिस्तान की कंपनी को बेची थी तस्वीरें  

    रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ महीनों पहले ही मैक्सार ने पाकिस्तान की एक कंपनी के साथ डील की थी। मैक्सार ने जिस पाकिस्तानी कंपनी के साथ डील किया था  उसका नाम ‘बिजनेस सिस्टम इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड’ है। इस कंपनी के फाउंडर का नाम ओबैदुल्ला सैयद है। यह कंपनी ज्योग्राफिकल लोकेशन की जानकारी मुहैया कराती है।

    हालांकि, रिपोर्ट में यह पता नहीं चलता कि पहलगाम की तस्वीरें पाकिस्तानी फर्म बिजनेस सिस्टम इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड (BSI)  को बेची गई थी या नहीं, लेकिन  डिफेंस एक्सपर्ट और दूसरे जानकारों ने इस आशंका को खारिज नहीं किया है।

    कंपनी के फाउंडर के खिलाफ US में दर्ज हो चुका है मामला

    द प्रिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी के फाउंडर के खिलाफ अमेरिका में एक आपराधिक मामला भी दर्ज किया जा चुका है। ओबैदुल्ला सैयद को अमेरिका से ‘पाकिस्तान परमाणु ऊर्जा आयोग’ यानी PAEC से जुड़े एक मामले में दोषी पाया गया था। अमेरिका की एक अदालत के मुताबिक,  सैयद ने ‘हाई परफार्मेंस वाले कंप्यूटर उपकरण’ और ‘सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन सॉल्यूशन’ का अवैध निर्यात किया।

    (मैक्सार कंपनी की फाइल फोटो)

    सैटेलाइट इमेज की बेस कीमत 3 लाख रुपये

    रिपोर्ट से पता चला है कि पहलगाम के अलावा, सैटेलाइट इमेज में भारत के अन्य संवेदनशील क्षेत्रों जैसे पुलवामा, अनंतनाग, पुंछ, राजौरी और बारामुल्ला की तस्वीरें भी कैद हुई हैं। प्रत्येक सैटेलाइट इमेज की बेस कीमत 3 लाख रुपये से शुरू होती है, जो इमेज के रेजोल्यूशन के आधार पर बढ़ती जाती है।

    वहीं,  रिपोर्ट में इसरो के एक वैज्ञानिक के हवाले से कहा गया है, "सैटेलाइट निगरानी किसी भी देश की खुफिया जानकारी की रीढ़ बन गई है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि इन तस्वीरों का इस्तेमाल 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमलों की योजना बनाने के लिए किया गया था या नहीं, लेकिन भारत मैक्सार से इन तस्वीरों की जांच करने के लिए कह सकता है।

    हाई रिजॉल्यूशन वाली तस्वीरें बेचती है कंपनी

    बता दें कि मैक्सार टेक्नोलॉजीज’ अपने सैटेलाइट के लिए जानी जाती है। कंपनी 30 सेंटीमीटर से 15 सेंटीमीटर तक के पिक्सल हाई रिजॉल्यूशन वाली HD तस्वीरें मुहैया कराती है। पिक्सल का आकार जितना छोटा होगा, तस्वीर उतनी साफ और अच्छी होगी।  

     रक्षा मंत्रालय और इसरो जैसी सरकारी एजेंसियां भी मैक्सार से तस्वीरें खरीदती है। कम से कम 11 भारतीय अंतरिक्ष स्पेस टेक्नोलॉजी से जुड़े स्टार्टअप और दूसरी कंपनियां मैक्सार टेक्नोलॉजीज की ग्राहक और पार्टनर हैं।

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