कौन है सादिया अजहर... स्लीपर सेल, डॉक्टर और मौलवी का रोल; दिल्ली ब्लास्ट में अब तक क्या-क्या हुआ?
दिल्ली में हुए विस्फोट के बाद सादिया अजहर नाम की महिला संदेह के घेरे में है। सुरक्षा एजेंसियां स्लीपर सेल से उसके संभावित संबंधों की जांच कर रही हैं। एक डॉक्टर और मौलवी की भूमिका भी संदिग्ध है। पुलिस विस्फोट की जांच में जुटी है और कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं।

लाल किले ब्लास्ट का जैश से कनेक्शन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के सामने कार में हुए बम ब्लास्ट मामले में मंगलवार को बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस के अनुसार इस धमाके के तार आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) से जुड़े हैं। बता दें इस हमले में अब तक 9 लोगों की मौत हो गई है, वहीं 20 से ज्यादा घायल हुए हैं।
यह वहीं आतंकी संगठन है जिसने साल 2019 में पुलवामा अटैक को अंजाम दिया था। पुलवामा हमले में भारतीय सेना के 40 जवान मारे गये थे।

इससे पहले सोमवार को दिल्ली से सटे फरीदाबाद में भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ बरामद किये गये थे। शाम ढलने के साथ लाल किले के पास जोरदार धमाका हो गया। मामले की जांच तेजी हुई तो लखनऊ की एक महिला डॉक्टर शाहीन शाहिद को गिरफ्तार कर लिया गया। शाहीन की कार से AK-47 बरामद की गई थी। खबर है कि ब्लास्ट से जुड़े सभी विस्फोटक और हथियार सप्लाई करने के लिए शाहीन की कार का इस्तेमाल किया गया था।
लाल किले ब्लास्ट का जैश से कनेक्शन
शाहीन कथित तौर पर अल-फलाह युनिवर्सिटी से जुड़ी है। शाहीन का कश्मीरी डॉक्टर मुजम्मिल से करीबी रिश्ता था। मुजम्मिल को उसके फरीदाबाद स्थित दो किराए के कमरे से 2900 किलोग्राम विस्फोटक के साथ गिरफ्तार किया गया था। NDTV की रिपोर्ट के अनुसार ये महिला जैश-ए-मोहम्मद की महिला विंग से जुड़ी हुई थी। उसे संगठन में महिला आतंकियों को भर्ती कराने की जिम्मेदारी दी गई थी।

कौन है सादिया अजहर?
इससे पहले खबर थी कि जैश-ए-मोहम्मद बड़ी संख्या में महिलाओं को आतंक की राह में लाने की कोशिश में है। इसके लिए जमात-उल-मोमिनात नाम से एक विंग भी बनाई गई थी। इस विंग का नेतृत्व पाकिस्तान से मसूद अजहर की बहन और यूसुफ अजहर की पत्नी सादिया अजहर कर रही थी। सादिया अजहर के पति आतंकी यूसुफ अजहर को भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान मार गिराया था।
महिला डॉक्टर शाहीन शाहिद गिरफ्तार
यूसुफ कंधार विमान अपहरण कांड में भी शामिल था। अब उसकी पत्नी दुनियाभर में आतंक फैलाने के काम में जुटी है। खबर ये भी है कि सादिया और उसकी बहन समायरा अजहर मिलकर ऑनलाइन क्लास चलाकर महिलाओं को आतंकी संगठन से जुड़ने के लिए उनका ब्रेनवॉश कर रही हैं। इस विंग का फोकस उन महिलाओं पर होता है जो या तो जैश कमांडरों की पत्नियां हो या फिर ऐसी महिलाएं जो आर्थिक रूप से कमजोर हों।

स्लीपर सेल नेटवर्क का खुलासा
जांच रिपोर्ट में एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। NIA की टीम ने GMC अनंतनाग मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की छापेमारी की तो डॉक्टरों और मौलवियों की मिलीभगत से एक बड़े स्लीपर सेल नेटवर्क का भी पता चला। यहां मौलवी इरफान जो पहले GMC श्रीनगर में पैरामेडिकल स्टाफ और इमाम था, उसने यहां पढ़ने वाले मेडिकल छात्रों को कट्टरपंथी बनाने में बेहद अहम भूमिका निभाई थी। इन्ही तीनों ने मिलकर फरीदाबाद-दिल्ली मॉड्यूल की नींव रखी।

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