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    थर्मामीटर की त्रुटि से बाहर निकला दिल्ली का अधिकतम तापमान, मौसम विभाग ने समझाया 52.9 डिग्री तापमान का गणित

    Updated: Thu, 30 May 2024 10:30 PM (IST)

    दिल्ली के अधिकतम तापमान (Delhi Maximum Temperature) के सर्वकालिक शीर्ष स्तर पर पहुंच जाने की काफी चर्चा है। भारत मौसम विभाग (IMD) के थर्मामीटर (आबर्जर्वेटरी) ने बुधवार को दिल्ली स्थित मुंगेशपुर के अधिकतम तापमान को 52.9 डिग्री बताया था जिसके बाद सनसनी फैल गई क्योंकि इतना ज्यादा तापमान देश के किसी हिस्से में कभी नहीं रहा। हालांकि आईएमडी ने इसे थर्मामीटर की त्रुटि बताकर तत्काल खारिज कर दिया।

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    एनसीआर में 21 स्थानों पर लगे हैं मौसम निगरानी केंद्र। (फाइल फोटो)

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली के अधिकतम तापमान (Delhi Maximum Temperature) के सर्वकालिक शीर्ष स्तर पर पहुंच जाने की काफी चर्चा है। भारत मौसम विभाग (IMD) के थर्मामीटर (आबर्जर्वेटरी) ने बुधवार को दिल्ली स्थित मुंगेशपुर के अधिकतम तापमान को 52.9 डिग्री बताया था, जिसके बाद सनसनी फैल गई, क्योंकि इतना ज्यादा तापमान देश के किसी हिस्से में कभी नहीं रहा।

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    हालांकि आईएमडी ने इसे थर्मामीटर (IMD Thermometer) की त्रुटि बताकर तत्काल खारिज कर दिया, लेकिन उसके बाद भी सच-झूठ की कहानियां तैरती रहीं। कई तरह के प्रश्न उठाए जाने लगे और आईएमडी ने भी इससे इनकार नहीं किया कि उस रिकॉर्ड तापमान का आकलन उसके थर्मामीटर ने नहीं किया है। प्रश्न है कि यह कैसे हुआ और कब से होता आ रहा है?

    आंकड़ों एवं सेंसर की त्रुटि की जांच की जा रही

    फिलहाल आईएमडी के स्तर से आंकड़ों एवं सेंसर की त्रुटि जांच की जा रही है, लेकिन इस बीच मौसम विज्ञानियों ने स्पष्ट किया है कि देश में एकबारगी इतना अधिक तापमान नहीं बढ़ सकता है। निजी एजेंसी स्काइमेट के प्रवक्ता महेश पलावत का साफ मानना है कि तापमान मापक यंत्र में गड़बड़ी के कारण ही इतना अधिक तापमान रीड कर लिया गया। 53 डिग्री के आसपास अगर तापमान पहुंच जाएगा तो समझा जा सकता है कि क्या हाल होगा। मुंगेशपुर का रिकॉर्ड सही हो या गलत, यह सवाल पैदा कर गया है कि तामपान मापने वाले आव्जरवेटरी सही काम कर रहे हैं या नहीं।

    अधिकतम तापमान 45.2 डिग्री से 49.1 डिग्री के बीच

    बहरहाल,आईएमडी ने अधिकृत डाटा देकर बताया कि एनसीआर के विभिन्न हिस्सों में बुधवार को अधिकतम तापमान 45.2 डिग्री से 49.1 डिग्री के बीच रहा। आईएमडी का यह भी कहना है कि एक ही शहर के अलग-अलग स्थानों में सघन बसावट, नदी-तालाब की निकटता, बंजर-परती भूमि एवं कंक्रीट के कारण तापमान में अंतर आ सकता है, लेकिन इतना नहीं, जितना मुंगेशपुर के मौसम केंद्र ने बताया है।

    केंद्र में 24 घंटे के भीतर अधिकतम तापमान तीन डिग्री कैसे बढ़ा

    सबसे बड़ा सवाल है कि एक ही केंद्र में 24 घंटे के भीतर अधिकतम तापमान तीन डिग्री कैसे बढ़ गया। ऐसा तो पहले कभी नहीं हुआ। एक दिन पहले इसी केंद्र ने 49.9 डिग्री तापमान बताया था, जिसे आईएमडी ने भी अधिकृत बताया था। दरअसल, आईएमडी ने एनसीआर में 21 स्थानों पर मौसम एवं वर्षा निगरानी केंद्र लगा रखा है। 16 स्थानों पर स्वचालित मौसम स्टेशन हैं, जिनकी स्थापना दो वर्ष पहले गर्मियों में हुई थी।

    मौसम विभाग के पांच विभागीय आब्जर्वेटरी

    इनके अतिरिक्त पांच विभागीय आब्जर्वेटरी हैं, जो सफदरजंग, पालम, आयानगर, रिज और लोधी रोड में लगाए गए हैं। आईएमडी इन्हीं पांच प्रमुख केंद्रों को अधिकृत मानता है। समग्र स्थितियों का आकलन करते हुए इन्हीं केंद्रों से लंबे समय से आंकड़े लिए जाते हैं। इन्हें ही लंबे समय से वास्तविक जलवायु स्टेशन के तौर पर माना जाता है।

    सफदरजंग का मौसम केंद्र सबसे अधिक मानक

    आईएमडी का कहना है कि इन्हीं पांच केंद्रों के रुझानों एवं तापमान के आंकड़ों पर विचार किया जा सकता है। इनमें सफदरजंग के मौसम केंद्र को अत्यधिक मानक माना जाता है, जिसने बुधवार को मुंगेशपुर का अधिकतम तापमान 46.8 डिग्री बताया है, जो 17 जून 1945 के बाद सबसे ज्यादा है। तब 46.7 डिग्री तापमान दर्ज किया गया था। दिल्ली एवं आसपास में लगाए गए 16 स्वचालित केंद्रों से अक्सर सही आंकड़े नहीं मिलते हैं। आइएमडी ने मुंगेशपुर की गड़बड़ी को भी इसी श्रेणी में रखा है।

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