विस्फोट के लिए तैयार की गई थीं अलग-अलग कार? नए एंगल से जांच में जुटी एजेंसियां
दिल्ली के लाल किला के पास हुए धमाके की NIA जांच कर रही है। संदिग्धों ने विस्फोट के लिए अलग-अलग वाहन तैयार किए थे। आठ लोगों ने चार शहरों में सिलसिलेवार धमाके करने की योजना बनाई थी। पहले दिवाली और गणतंत्र दिवस पर भी धमाके की साजिश थी। डीएनए जांच से पता चला कि डॉ. उमर मोहम्मद लाल किले के पास हुए विस्फोट में शामिल था।

दिल्ली धमाका: NIA जांच में आतंकी साजिश का पर्दाफाश। (फोटो- पीटीआई)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली में लाल किला के पास ब्लास्ट मामले की जांच चल रही है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी NIA मामले की तह तक पहुंचने का प्रयास रही है। इस बीच एजेंसियां ये बात पता लगा रही हैं कि क्या संदिग्धों ने विस्फोटों के लिए अलग-अलग वाहन तैयार किए थे।
एजेंसियों का कहना है कि i20 और EcoSport मामलों के बाद, पता चला है कि संदिग्ध दो और पुराने वाहन तैयार करने की योजना बना रहे थे, जिनमें विस्फोटक रखे जाते और लक्ष्य को बड़ा किया जाता।
देश के चार शहरों को दहलाने की थी साजिश
वहीं, दिल्ली धमाके की जांच के बाद कई नए खुलासे भी हुए हैं। जांच एजेंसियों के सूत्रों ने बताया है कि लगभग आठ संदिग्धों ने चार जगहों पर सिलसिलेवार विस्फोट करने की योजना बनाई थी। उनकी योजना दो-दो के ग्रुप में चार शहरों में जाने की थी। हर समूह अपने साथ कई IED ले जाने वाला था। इससे पहले भी जानकारी सामने आई थी कि आतंकियो ने दीवाली और गणतंत्र दिवस पर धमाके की योजना बनाई थी।
डॉ. उमर मोहम्मद कार में था मौजूद
गौरतलब है कि i20 कार ब्लास्ट में शामिल शख्स के डीएनए से आखिरकार इस बात की पुष्टि हो गई है कि 10 नवंबर की शाम लाल किले के पास हुए विस्फोट में डॉ. उमर मोहम्मद शामिल था। पुलिस ने घटनास्थल से बरामद मानव अंगों के डीएनए का मिलान उमर के परिवार के सदस्यों से किया। इस डीएनए रिपोर्ट में पूरा जानकारी निकल कर सामने आई।

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