पाकिस्तान के खिलाफ एक और एयरस्ट्राइक की तैयारी? सरकार ने विपक्ष को दी जानकारी; राजनाथ बोले- एक्शन अभी बाकी है!
रिजिजू ने बताया कि देश एक बड़ी चुनौती से गुजर रहा है। ऐसे समय में राजनीति के लिए कोई जगह नहीं है। बैठक में मौजूद सभी नेताओं ने कहा कि वे सरकार के हर निर्णय का साथ देंगे। कोई विरोधाभाष नहीं है। सतर्कता को लेकर बैठक में एक-दो सुझाव भी आए हैं। सबने यह भी बताया कि पार्टी ही नहीं पूरा देश एक साथ है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत के सभी राजनीतिक दलों ने एक स्वर से पहलगाम में आतंकी हमले के विरुद्ध ऑपरेशन सिंदूर की सराहना की और केंद्र सरकार को पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के लिए हर तरह से समर्थन दिया।
व्यापक राजनीतिक सहमति बनाने के लिए बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सभी दलों के प्रमुख नेताओं को बताया कि ऑपरेशन सिंदूर अभी जारी है। सीमा पार पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों पर मंगलवार की रात हमले में भारतीय सेना की कामयाबी का ब्योरा देते हुए राजनाथ ने बताया कि लगभग सौ आतंकी मारे गए हैं।
पार्टियों के शीर्ष नेता रहे मौजूद
यह भी कहा कि पाकिस्तान ने अगर कुछ किया तो हम आगे भी जवाबी कार्रवाई से पीछे नहीं हटेंगे। बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री जयशंकर, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे एवं राहुल गांधी समेत कई प्रमुख पार्टियों के शीर्ष नेता मौजूद थे।
लगभग डेढ़ घंटे तक चली बैठक की अध्यक्षता करते हुए रक्षा मंत्री ने विभिन्न दलों के नेताओं को पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने की जरूरत, उसके बाद की स्थिति, रणनीति एवं दुश्मन देश के दुस्साहस से निपटने की तैयारी के बारे में अवगत कराया। बाद में संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने मीडिया को बैठक का ब्योरा दिया।
फेक न्यूज को लेकर भी उठे सवाल
- रक्षामंत्री के हवाले से उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है। बैठक में सभी दलों ने एकजुटता दिखाई। सेना के पराक्रम को सराहा और दुश्मन देश में आतंक के विरुद्ध सफल अभियान के लिए बधाई दी। सबने कहा कि संकट की इस घड़ी में हम सरकार एवं सेना के साथ एकजुट हैं।
- रिजिजू ने कहा कि रक्षामंत्री ने बताया कि हम सरकार बनाने के लिए ही नहीं, बल्कि देश बनाने के लिए काम करते हैं। सभी दलों की बातें एक लाइन में आ रही है, जो बताता है कि हमारा लोकतंत्र परिपक्व है। कुछ सदस्यों ने फेक न्यूज के बारे में भी सवाल उठाया। सरकार का मानना है कि ऐसा हमारे देश की एकता को कमजोर करने के लिए किया जा रहा है। आग्रह है कि ऐसे फेक न्यूज पर विश्वास न करें।
ओवैसी ने भी रखी अपनी बात
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि जो सरकार ने कहा उसे हमने सुना। देशहित में कुछ गोपनीय बातों को सार्वजनिक करने से सरकार परहेज कर रही है, जिसे हम सबने स्वीकार किया। ऐसे मुद्दों पर बाद में बातें होती रहेंगी।
एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार को सुझाव दिया कि टीआरएफ (द रेजिस्टेंस फ्रंट) को आतंकी संगठन घोषित कराने का अंतरराष्ट्रीय अभियान चलाना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को भी इसे आतंकी संगठन घोषित करना चाहिए।
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