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यूपी सहित पांच राज्यों के भविष्य का फैसला अाज, बेहद पुख्ता इंतजाम

वोटिंग मशीन में पड़े मतों की गिनती सुबह आठ बजे से शुरू हो जाएगी और देर शाम तक पूरी हो जाएगी। चुनाव आयोग ने मतगणना के लिए बेहद पुख्ता और पारदर्शी इंतजाम किए हैं।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Fri, 10 Mar 2017 08:18 PM (IST)Updated: Sat, 11 Mar 2017 06:55 AM (IST)
यूपी सहित पांच राज्यों के भविष्य का फैसला अाज, बेहद पुख्ता इंतजाम
यूपी सहित पांच राज्यों के भविष्य का फैसला अाज, बेहद पुख्ता इंतजाम

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सबसे बड़े और ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों के बेहद अहम विधानसभा चुनाव के नतीजों का पिटारा आज खुलेगा। इन राज्यों में देश की दोनों प्रमुख राष्ट्रीय पार्टी भाजपा और कांग्रेस सहित कई क्षेत्रीय पार्टियों का भविष्य भी दाव पर है। वोटिंग मशीन में पड़े मतों की गिनती सुबह आठ बजे से शुरू हो जाएगी और देर शाम तक पूरी हो जाएगी। चुनाव आयोग ने मतगणना के लिए बेहद पुख्ता और पारदर्शी इंतजाम किए हैं।

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मुख्य चुनाव अधिकारी ने बताया कि कानून व्यवस्था दुरुस्त करने व शांतिपूर्ण ढंग से मतगणना के लिए उत्तर प्रदेश में 188 कंपनी केंद्रीय पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती की गई है।

चार फरवरी से आठ मार्च के बीच विभिन्न चरणों में हुए पंजाब, गोवा, उत्तराखंड, मणिपुर और उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों के सभी नतीजे एक साथ शनिवार को सामने आएंगे। इसके लिए चुनाव आयोग ने इन राज्यों में 157 मतगणना केंद्र बनाए हैं। पंजाब में 53, गोवा में दो, उत्तर प्रदेश में 75, उत्तराखंड में 15 और मणिपुर में 12 जगहों पर वोटों की गिनती की जाएगी। चुनाव के लिए इस्तेमाल की जा रही आधुनिक वोटिंग मशीन की वजह से नतीजों का रुझान जहां 11 बजे से दिखाई देने लगेगा, दोपहर दो बजे तक अधिकांश नतीजे आ जाने की उम्मीद है। देर शाम तक नतीजे जारी करने की प्रक्रिया औपचारिक रूप से पूरी हो जाने की उम्मीद है।

शनिवार सुबह आठ बजे सबसे पहले डाक से मिले मतपत्रों की गिनती की जाएगी, जिसके जरिए अपने चुनाव क्षेत्र से दूर कार्यरत फौजी और अन्य सरकारी कर्मचारी अपना मतदान करते हैं। यह गिनती पूरी होने के आधे घंटे बाद ईवीएम खोले जाएंगे और फिर फटाफट नतीजों का सिलसिला शुरू हो जाएगा। कुछ सीटों पर प्रयोग के आधार पर वोटर वैरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल व्यवस्था भी की गई है, जिसमें वोटिंग मशीन से एक पर्ची निकलती है जिसमें चुनी गई पार्टी के निशान पर मुहर लगी होती है। इसे मतपेटी में बंद कर दिया गया था। जहां यह प्रक्रिया अपनाई गई थी, उन सीटों पर मतदान मशीन की गिनती के बाद इन पर्चियों की भी गिनती की जाएगी।

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अपने राजनीतिक भविष्य को ले कर सबसे लंबा इंतजार पंजाब और गोवा की जनता को करना पड़ा है, जहां चार फरवरी को ही एक चरण में मतदान हो गया था। जबकि उत्तर प्रदेश की 403 सीटों के लिए 11 फरवरी से आठ मार्च के बीच सात चरणों में हुआ मतदान सबसे अंत में समाप्त हुआ है। विभिन्न एजेंसियों की ओर से किए गए एक्जिट पोल में इन चुनाव में पंजाब को छोड़ कर सभी चार राज्यों में केसरिया लहर का अंदाजा लगाया गया है। कई अनुमान में उत्तर प्रदेश में भाजपा को बहुमत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है, जबकि एक ने समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन को भी अच्छी स्थिति में बताया है। उत्तराखंड में अधिकांश एजेंसियों ने भाजपा को सत्ता में आता हुआ पाया है, वहीं कांग्रेस की भी उम्मीद बरकरार है। इसी तरह पंजाब में कांग्रेस व आम आदमी पार्टी (आप) के बीच बेहद कांटे की टक्कर है। गोवा में भाजपा को बढ़त दिख रही है, जबकि मणिपुर में भाजपा व कांग्रेस के बीच टक्कर है।

चुनाव आयोग ने इस बार मतगणना प्रक्रिया को ना सिर्फ सुरक्षित बल्कि अधिक से अधिक पारदर्शी बनाने की भी कोशिश की है। इसके तहत सभी राज्यों को कहा गया है कि वे मतगणना के नियमों और प्रक्रिया को को ले कर पूरी जानकारी उम्मीदवारों के साथ साझा करें और मतगणना के दौरान प्रक्रिया का पूरा ध्यान रखा जाए और इस लिहाज से कोई जल्दबाजी नहीं दिखाई जाए। किसी भी गड़बड़ी की आशंका को दूर करने के लिए स्ट्रांग रूम से ले कर मतगणना कक्ष तक और मतगणना की जगह पर अलग से बैरिकेडिंग करने को कहा गया है। साथ ही वोटिंग मशीनों को निकाले जाने से ले कर मतगणना की पूरी पूरी प्रक्रिया और उसके आस-पास की पूरी गतिविधियों की वीडियोग्राफी की जाएगी।

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