Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    तिब्बत को लेकर फिर बढ़ी चीन की चिंता, दलाई लामा के 90वें जन्मदिन पर हो सकती है उत्तराधिकारी की घोषणा

    By Agency Edited By: Sakshi Pandey
    Updated: Mon, 30 Jun 2025 11:17 AM (IST)

    Dalai Lama 90th Birthday धर्मशाला में तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा का 90वां जन्मदिन धूमधाम से मनाया जाएगा। इस उत्सव पर चीन की नजरें टिकी रहेंगी। अटकलें हैं कि दलाई लामा अपने उत्तराधिकारी की घोषणा कर सकते हैं। केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के कई मंत्री भी इसकी संभावना जता चुके हैं। दलाई लामा ने अपनी किताब में लिखा था कि उनका उत्तराधिकारी चीन के बाहर जन्म लेगा संभवतः भारत में।

    Hero Image
    दलाई लामा का 90वां जन्मदिवस। फाइल फोटो

    एजेंसी, धर्मशाला। तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा अगले हफ्ते अपना 90वां जन्मदिन मनाएंगे। 6 जुलाई को धर्मशाला के मैकलोडगंज में दलाई लामा का जन्मदिवस बेहद धूमधाम से मनाया जाएगा। वहीं, इस उत्सव पर चीन की नजरें भी भारत पर टिकी होंगी। अटकलें लगाई जा रही हैं कि जन्मदिन की 90वीं वर्षगांठ पर दलाई लामा अपने उत्तराधिकारी की घोषणा कर सकते हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बता दें कि केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (CTA) के कई मंत्री दलाई लामा के जन्मदिन पर उत्तराधिकारी घोषित करने की संभावना जता चुके हैं। इस लिस्ट में CTA के निर्वाचन प्रमुख पेनपा त्सेरिंग और उपसभापति डोलमा त्सेरिंग का नाम भी शामिल है।

    यह भी पढ़ें- Dalai Lama: कैसे चुने जाते हैं बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा, बड़ा ही खास है नियुक्ति का तरीका

    धर्मशाला में होगा तीन दिवसीय कार्यक्रम

    निर्वासित तिब्बती सरकार का मुख्यालय भी मैकलोडगंज में मौजूद है। ऐसे में दलाई लामा के जन्मदिवस का कार्यक्रम 2 जुलाई से ही शुरू होगा, जो तीन दिन तक चलेगा। इस दौरान धर्मशाला में तिब्बती बौद्ध लीडर्स का जमावड़ा देखने को मिलेगा। वैसे तो दलाई लामा का जन्मदिवस 6 जुलाई को है, लेकिन तिब्बती कैलेंडर के अनुसार दलाई लामा कल यानी 1 जुलाई को ही 90 वर्ष के पूरे हो जाएंगे।

    दलाई लामा ने उत्तराधिकारी पर तोड़ी थी चुप्पी

    बता दें कि दलाई लामा ने अपनी किताब वॉयस फॉर वायसलेस में चीन को तगड़ा झटका दिया था। उन्होंने साफ शब्दों में लिखा था कि उनका उत्तराधिकारी चीन के बाहर जन्म लेगा और मुमकिन है कि वो देश भारत होगा। दलाई लामा ने अपनी किताब में लिखा-

    पुनर्जन्म का उद्देश्य पूर्वाधिकार के कार्यों को आगे बढ़ाना है। ऐसे में नया दलाई लामा मुक्त संसार में जन्म ले सकता है, जिससे तिब्बती बौद्ध धर्म के आध्यात्मिक गुरु के साथ तिब्बती लोंगों की आकांक्षाओं को मूर्त रूप देने वाले पारंपरिक मिशन को आगे बढ़ाया जा सके।

    1959 में आए थे भारत

    बता दें कि 1959 में तिब्बत में विफल विद्रोह के बाद दलाई लामा भारत आ गए थे। 1989 में दलाई लामा को नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। हालांकि, चीन दलाई लामा को अलगाववादी कहता है। ऐसे में दलाई लामा के उत्तराधिकारी की घोषणा से चीन की चिंता बढ़ सकती है।

    (एएनआई के इनपुट के साथ)

    यह भी पढ़ें- 'चीन के बाहर पैदा होगा मेरा उत्तराधिकारी', दलाई लामा ने बढ़ाई शी चिनफिंग की टेंशन; तिलमिला उठा ड्रैगन