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    दैनिक जागरण की निष्पक्ष पत्रकारिता को मिला सम्मान, अमन जैन जस्टिस मीडिया अवॉर्ड 2025 से सम्मानित

    Updated: Wed, 28 May 2025 09:38 PM (IST)

    दैनिक जागरण के जागरण न्यू मीडिया के सीनियर प्रोडूसर अमन जैन को जस्टिस मीडिया अवॉर्ड 2025 से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह सम्मान सर्वश्रेष्ठ वीडियो स्टोरी के लिए मिला है। नॉर्थ दिल्ली लॉयर्स एसोसिएशन (NDLA) ने नई दिल्ली में आयोजित अपने वार्षिक सम्मेलन में यह पुरस्कार दिया। सम्मेलन में मीडिया कानून और न्याय के संगम पर लोकतांत्रिक पारदर्शिता को सशक्त बनाने पर चर्चा हुई।

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    दैनिक जागरण बना न्यायिक पत्रकारिता की आवाज़, अमन जैन जस्टिस मीडिया अवॉर्ड 2025 से सम्मानित।(फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सच्ची, निर्भीक और जनपक्षधर पत्रकारिता के क्षेत्र में दैनिक जागरण का नाम आज भी एक प्रकाशस्तंभ की तरह चमकता है। इसी कड़ी में जागरण न्यू मीडिया के सीनियर प्रोडूसर अमन जैन को 'जस्टिस मीडिया अवॉर्ड 2025' से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें सर्वश्रेष्ठ वीडियो स्टोरी के लिए प्रदान किया गया, जो मीडिया की सच्चाई, संवेदनशीलता और लोकतांत्रिक जवाबदेही को दर्शाती है।

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    यह सम्मान नॉर्थ दिल्ली लॉयर्स एसोसिएशन (NDLA) द्वारा आयोजित तीसरे वार्षिक सम्मेलन के अवसर पर प्रदान किया गया, जिसका आयोजन 23 मई 2025 को इंडिया हैबिटेट सेंटर, नई दिल्ली में हुआ। इस वर्ष सम्मेलन का विषय था- “मीडिया, कानून और न्याय का संगम- लोकतांत्रिक पारदर्शिता को सशक्त बनाने की दिशा में एक प्रयास” इस विषय ने पूरे दिन की चर्चा को दिशा दी, जहां न्यायपालिका, वकालत और मीडिया के प्रतिनिधियों ने गहराई से विचार-विमर्श किया।

    सम्मेलन की शुरुआत न्यायमूर्ति हेमंत गुप्ता (पूर्व न्यायाधीश, सुप्रीम कोर्ट एवं चेयरपर्सन, इंडिया इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन सेंटर) के प्रेरणादायी उद्घाटन भाषण से हुई। उन्होंने कहा, “सनसनी की दौड़ में तथ्य विकृत हो जाते हैं। चार्जशीट फैसला नहीं होती। मीडिया को यह समझना चाहिए कि सच्चाई अदालत में तय होती है।”

    न्यायमूर्ति एम.एम. कुमार ने कहा कि जटिल न्यायिक निर्णयों को आम जनता तक सरल भाषा में पहुँचाना प्रेस की अहम भूमिका है। उन्होंने न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ और राम जेठमलानी जैसे नामों का उदाहरण देते हुए कानूनी साक्षरता की अहमियत पर जोर दिया।

    पी.के. मल्होत्रा, पूर्व विधि सचिव, भारत सरकार ने कहा कि डिजिटल युग में गलत सूचना का फैलाव एक गंभीर समस्या बन चुका है और न्यायपालिका व पत्रकारिता- दोनों को नैतिक जिम्मेदारी के बराबर मानकों पर खरा उतरना होगा।

    जस्टिस मीडिया अवॉर्ड 2025: निष्पक्ष पत्रकारिता का सम्मान

    सम्मेलन का सबसे गौरवपूर्ण क्षण रहा ‘जस्टिस मीडिया अवॉर्ड 2025’ का वितरण, जिसमें प्रिंट, डिजिटल और टेलीविज़न मीडिया के उन पत्रकारों को सम्मानित किया गया जिन्होंने कानूनी विषयों की पारदर्शी, तथ्यों पर आधारित और जन-हितैषी रिपोर्टिंग की।अमन जैन को उनकी विशिष्ट वीडियो स्टोरी के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया गया।

    उन्होंने कहा, "यह पुरस्कार केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि पत्रकारिता के मूल्यों की जीत है। यह उस विश्वास की पुष्टि है जो दैनिक जागरण वर्षों से लोगों के दिलों में कायम रखे हुए है। विशेष धन्यवाद जागरण न्यू मीडिया का, जिन्होंने मुझे वह मंच दिया जहाँ से मैंने सच्चाई की आवाज़ को जन-जन तक पहुंचाया।”

    सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता साथ ही NDLA के महासचिव विनीत जिंदल ने इस सम्मेलन को एक आंदोलन बताते हुए कहा, “मीडिया ही वह आईना है, जिससे आम नागरिक कानून को देखता और समझता है। हमारा प्रयास है कि बार, बेंच और मीडिया—तीनों मिलकर न्याय को जनता के लिए सरल, सुलभ और पारदर्शी बनाएं।”

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