दैनिक जागरण प्रसार संख्या में भी अव्वल
नई दिल्ली। रीडरशिप के मामले अव्वल दैनिक जागरण प्रसार संख्या में भी हिंदी का नंबर वन अखबार है। इसके अलावा जागरण समूह का ही आइ-नेक्स्ट द्विभाषी अखबारों में सबसे अधिक प्रसार संख्या वाला समाचार पत्र रहा। ऑडिट ब्यूरो ऑफ सर्कुलेशन [एबीसी] के ताजा आंकड़ों से इसकी पुष्टि हुई है। इस स्वतंत्र संगठन ने जुलाई से दिसंबर, 2012 की छमाही के प्रिंट मीडिया के प्रसार संबंधी आंकड़े जारी किए हैं। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, अंग्रेजी में टाइम्स ऑफ इंडिया शीर्ष पर है। एबीसी वर्ष 1
नई दिल्ली। रीडरशिप के मामले अव्वल दैनिक जागरण प्रसार संख्या में भी हिंदी का नंबर वन अखबार है। इसके अलावा जागरण समूह का ही आइ-नेक्स्ट द्विभाषी अखबारों में सबसे अधिक प्रसार संख्या वाला समाचार पत्र रहा। ऑडिट ब्यूरो ऑफ सर्कुलेशन [एबीसी] के ताजा आंकड़ों से इसकी पुष्टि हुई है। इस स्वतंत्र संगठन ने जुलाई से दिसंबर, 2012 की छमाही के प्रिंट मीडिया के प्रसार संबंधी आंकड़े जारी किए हैं। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, अंग्रेजी में टाइम्स ऑफ इंडिया शीर्ष पर है। एबीसी वर्ष 1948 से लगातार प्रिंट मीडिया की प्रसार संख्या के प्रमाणित आंकड़े जारी करता रहा है।
एबीसी के आंकड़ों के अनुसार, हिंदी के दैनिक व साप्ताहिक अखबार और पत्रिकाएं की प्रसार संख्या सबसे ज्यादा है। देश भर में हिंदी के दैनिक अखबारों की कुल प्रसार संख्या 1,50,90,503 रही। हिंदी पत्रिकाओं की कुल प्रसार संख्या 12,09,137 रही। प्रसार संख्या के मामले में अंग्रेजी के प्रकाशन दूसरे स्थान पर हैं। इस भाषा के सभी दैनिक अखबारों की कुल प्रसार संख्या केवल 90,96,172 ही है। यही हाल अंग्रेजी की पत्रिकाओं का भी है। इनकी कुल प्रसार संख्या 7,11,431 रही।
एबीसी ने एक नया कदम उठाते हुए प्रसार संख्या की ऑडिट के लिए ऑडिटरों की नियुक्ति में बदलाव कर दिया है। अब वह खुद ऑडिटरों की नियुक्ति करेगा। यह बदलाव जनवरी से जून, 2013 की छमाही के लिए ऑडिट में लागू हो गया है। पहले संगठन प्रकाशकों को तीन ऑडिट फर्मो में से किसी एक को चुनने का विकल्प देता था।
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