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    चेक विदेश मंत्री जान लिपावस्की 3 दिवसीय यात्रा पर भारत पहुंचे, द्विपक्षीय मुद्दों पर होगी चर्चा

    By AgencyEdited By: Shashank Mishra
    Updated: Mon, 27 Feb 2023 06:32 AM (IST)

    लिपावस्की विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ भी बैठक करेंगे। जिसमें दोनों नेताओं के द्विपक्षीय संबंधों की पूरी श्रृंखला पर चर्चा करने और आपसी हित के क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने की उम्मीद है।

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    यह यात्रा चेक गणराज्य के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों को और गति प्रदान करेगी।

    नई दिल्ली, एएनआई। चेक गणराज्य के विदेश मंत्री जान लिपावस्की रविवार को तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा के लिए भारत पहुंचे, जो भारत -चेक गणराज्य द्विपक्षीय संबंधों को और गति प्रदान करने वाली है। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने रविवार को ट्वीट किया, "चेक विदेश मंत्री जान लिपाव्स्की के तीन दिवसीय आधिकारिक दौरे पर भारत आने पर उनका स्वागत है।

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    क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा की उम्मीद

    यह यात्रा चेक गणराज्य के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों को और गति प्रदान करेगी। "जैन लिपावस्की 26 फरवरी से एक मार्च तक भारत दौरे पर हैं। विदेश मंत्रालय (MEA) की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि लिपावस्की अपनी भारत यात्रा के दौरान 28 फरवरी को भारत-यूरोपीय संघ व्यापार और स्थिरता कॉन्क्लेव के उद्घाटन सत्र में भाग लेंगे।

    लिपावस्की विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ भी बैठक करेंगे। उम्मीद है कि दोनों नेता द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे। विदेश मंत्री लिपावस्की विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे, जहां दोनों नेताओं के द्विपक्षीय संबंधों की पूरी श्रृंखला पर चर्चा करने और आपसी हित के क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने की उम्मीद है।

    विदेश मंत्री लिपावस्की 28 फरवरी 2023 को सीआईआई द्वारा आयोजित भारत-ईयू बिजनेस एंड सस्टेनेबिलिटी कॉन्क्लेव के उद्घाटन सत्र में भी शामिल होंगे। इसके बाद वह उसी दिन मुंबई की यात्रा करेंगे और 01 मार्च 2023 को यहां से प्रस्थान करेंगे।" जून 2022 में ईएएम एस जयशंकर की चेक गणराज्य की यात्रा के बाद लिपावस्की की भारत यात्रा हुई, जहां दोनों ने प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। इस साल जनवरी में जयशंकर की ऑस्ट्रिया यात्रा के दौरान दोनों नेताओं ने वियना में बैठक की थी।