9 माह में 2 लाख साइबर हमले, निशाने पर शैक्षणिक संस्थान; रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे
देश के शैक्षणिक संस्थानों में साइबर सुरक्षा पर किए गए एक अध्ययन में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक पिछले नौ महीनों में स्कूलों और कॉलेजों पर दो लाख से ज्यादा साइबर हमले और चार लाख डेटा संबंधी उल्लंघन हुए हैं। इन हमलों में निशाने पर लिए गए आठ हजार यूजर नेम व 54 हजार पासवर्ड की भी हुई पहचान।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली और बेंगलुरु सहित देश के कई शहरों के स्कूलों और दूसरे शैक्षणिक संस्थानों को ईमेल के जरिए बम से उडाने की मिली झूठी धमकी के बाद देश भर के शैक्षणिक संस्थानों में साइबर सुरक्षा को लेकर कराए गए एक अध्ययन में पाया गया है कि देश के शैक्षणिक संस्थानों पर साइबर सुरक्षा का संकट दिनों दिन बढ़ रहा है।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि नौ महीनों में देश के शैक्षणिक संस्थानों पर दो लाख से ज्यादा बार साइबर हमले हुए है, जबकि चार लाख डेटा संबंधी उल्लंघन भी हुए है। साइबर सुरक्षा पर काम करने वाली वैश्विक संस्था साइबर पीस ने डेलनेट के सहयोग से कराए गए एक पायलट अध्ययन में यह पाया है कि देश के उच्च शिक्षण और दूसरे शैक्षणिक संस्थानों में साइबर खतरों से निपटने की अभी कोई पुख्ता तैयारी नहीं है।
रिपोर्ट के मुताबिक, शैक्षणिक संस्थानों में यह अध्ययन जुलाई 2023 से अप्रैल 2024 के बीच कराया गया है। जिसमें जिन विषयों पर मुख्य फोकस था, उनमें साइबर खतरों की पहचान करना, इससे निपटने की तैयारियों का आकलन करना, साइबर हमलों के कारण होने वाले व्यवधानों की जांच व साइबर सुरक्षा बढ़ाने के लिए सुझाव देना आदि शामिल था।
रिपोर्ट में दावा किया है कि यह हमले देश और देश के बाहर से भी किए गए थे। इस दौरान आठ हजार से ज्यादा ऐसे यूजर नेम और करीब 54 हजार यूनिक पासवर्ड की भी पहचान की गई है, जिन्हें कमजोर यूजर नेम, पासवर्ड के चलते निशाना बनाया गया था।
रिपोर्ट में वैश्विक स्तर पर बढ़ते साइबर खतरों को देखते हुए शैक्षणिक संस्थानों को अपने तंत्र को मजबूत करना चाहिए। ताकि कोई उनके महत्वपूर्ण शोध, ज्ञान या डेटा की चोरी न कर सकें।
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