2024 में साइबर अपराधियों ने कर दिया 22 हजार करोड़ का नुकसान, सरकार ने संसद में बताए हैरान करने वाले आंकड़े
सरकार ने लोकसभा में बताया कि 2024 में साइबर अपराधों से नागरिकों को 22845.73 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ जो पिछले साल की तुलना में 206% अधिक है। राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल के अनुसार साइबर धोखाधड़ी के 3637288 मामले दर्ज किए गए। वित्तीय धोखाधड़ी रोकने के लिए शुरू की गई प्रणाली से 5489 करोड़ रुपये से अधिक की राशि बचाई गई।

पीटीआई, नई दिल्ली। सरकार ने लोकसभा में बताया कि नागरिकों ने 2024 में साइबर अपराधियों को 22,845.73 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान उठाया, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 206 प्रतिशत की चौंकाने वाली वृद्धि है।
गृह मंत्रालय के राज्य मंत्री बंडी संजय कुमार ने मंगलवार को एक लिखित प्रश्न के उत्तर में कहा कि राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (एनसीआरपी) और नागरिक वित्तीय साइबर धोखाधड़ी रिपोर्टिंग और प्रबंधन प्रणाली (सीएफसीएफआरएमएस) के अनुसार, ''साइबर धोखाधड़ी के कारण नागरिकों की ओर से उठाए गए कुल नुकसान की राशि'' 2024 में 22,845.73 करोड़ रुपये थी, जबकि पिछले वर्ष यह राशि 7,465.18 करोड़ रुपये थी।
जानिए, कब कितने मामले हुए दर्ज?
कुमार ने कहा कि 2024 में एनसीआरपी और सीएफसीएफआरएमएस पर साइबर अपराधियों की ओर से किए गए वित्तीय धोखाधड़ी के 36,37,288 मामले दर्ज किए गए, जबकि पिछले वर्ष यह संख्या 24,42,978 थी। मंत्री की ओर से साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार 2022 में एनसीआरपी पर 10,29,026 साइबर अपराध दर्ज किए गए, जो पिछले वर्ष की तुलना में 127.44 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाते हैं। 2023 में 15,96,493 मामले दर्ज किए गए, जो 55.15 प्रतिशत की वृद्धि है और 2024 में 22,68,346 मामले दर्ज किए गए जो 42.08 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाते हैं।
इतनी रकम बचाई गई
उन्होंने कहा, ''नागरिक वित्तीय साइबर धोखाधड़ी रिपोर्टिंग व प्रबंधन प्रणाली (सीएफसीएफआरएमएस), 14सी के तहत, 2021 में वित्तीय धोखाधड़ी की तात्कालिक रिपोर्टिंग और धोखेबाजों की ओर से धन की चोरी को रोकने के लिए शुरू की गई थी।''
मंत्री ने कहा कि सीएफसीएफआरएमएस के अनुसार, अब तक 17.82 लाख शिकायतों पर 5,489 करोड़ रुपये से अधिक की वित्तीय राशि बचाई गई है। अब तक 9.42 लाख से अधिक सिम कार्ड और 2,63,348 आइएमईआइ केंद्र की ओर से ब्लॉक किए गए हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।