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Corona medicine update: दिल्ली, महाराष्ट्र सहित इन राज्‍यों को मिली कोरोना की दवा, जानें- क्या है कीमत

कंपनी ने 20000 वायल की पहली खेप दिल्‍ली महाराष्‍ट्र गुजरात और तमिलनाडु व तेलंगाना जैसे राज्‍यों में भेजी हैं जो कोरोना से बुरी तरह प्रभावित हैं।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Thu, 25 Jun 2020 04:03 PM (IST)Updated: Thu, 25 Jun 2020 07:37 PM (IST)
Corona medicine update: दिल्ली, महाराष्ट्र सहित इन राज्‍यों को मिली कोरोना की दवा, जानें- क्या है कीमत

नई दिल्ली, एएनआई। देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामले के बीच एक अच्छी खबर सामने आ रही है। कोरोना वायरस की जेनेरिक दवा पांच राज्‍यों को भेज दी गई है। हैदराबाद स्थित कंपनी हेटरो ने रेमडेसिवीर का जेनेरिक वर्जन कोविफोर के नाम से बनाया है। कंपनी ने 20,000 वायल की पहली खेप दिल्‍ली, महाराष्‍ट्र, गुजरात और तमिलनाडु जैसे राज्‍यों में भेजी हैं जो कोरोना से बुरी तरह प्रभावित हैं। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद, जहां ये कंपनी है, वहां भी दवा की पहली खेप यूज होगी। हेटरो के मुताबिक, कोविफोर का 100 मिलीग्राम का वायल 5,400 रुपये में मिलेगा। कंपनी ने अगले तीन-चार हफ्तों में एक लाख वायल तैयार करने का टारगेट सेट किया है।

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अगले चरण में यहां भेजी जाएगी दवा 

अभी यह इंजेक्‍शन हैदराबाद में कंपनी की फॉर्म्‍युलेशन फैसिलिटी में बन रहा है। दवा का एक्टिव फार्मास्‍यूटिकल इन्‍ग्रीडिएंट विशाखापट्नम की यूनिट में बनाया जा रहा है। दवा की अगली खेप भोपाल, इंदौर, कोलकाता, पटना, लखनऊ, रांची, भुवनेश्‍वर, कोच्चि, विजयवाड़ा, गोवा और त्रिवेंद्रम भेजी जाएगी। फिलहाल यह दवा केवल अस्‍पतालों और सरकार के जरिए मिल रही है, मेडिकल स्‍टोर्स पर नहीं।

रेमडेसिवीर का एक और वर्जन सिप्ला कर रही तैयार 

दवा कंपनी सिप्‍ला (Cipla) ने रेमडेसिवीर बनाने वाली अमेरिकन कंपनी गिलेड साइंसेज के साथ लाइसेंसिंग एग्रीमेंट साइन किया है। सिप्‍ला भी यह दवा बनाएगी और बेचेगी। कंपनी का कहना है कि उसकी दवा 5,000 रुपये से कम में उपलब्‍ध होगी। भारत में एलोपैथिक दवाओं के रेग्युलेटर, ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DGCI) ने सिप्‍ला और हेटरो, दोनों को गंभीर कोविड-19 मरीजों पर रेस्ट्रिक्टेड इमरजेंसी यूज के लिए दवा बनाने और बेचने की परमिशन दी है।

फेविपिरावि का जेनेरिक वर्जन भी मौजूद 

डीजीसीआई इससे पहले एंटी वायरल दवा फेविपिराविर (Favipiravir) का जेनेरिक वर्जन बनाने के लिए ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स को भी परमिशन दे चुका है। कंपनी फैबिफ्लू (FabiFlu) के नाम से यह दवा बनाती है। 34 टैबलेट की एक पूरी स्ट्रिप 3,500 रुपये में उपलब्‍ध होगी यानी एक टैबलेट करीब 103 रुपये की पड़ेगी।  फैबिफ्लू (FabiFlu) दवा को माइल्ड से मॉडरेट सिम्‍प्‍टम्‍स वाले मरीजों के इलाज में इस्‍तेमाल किया जाएगा। यह ड्रग अस्‍पतालों और प्रिस्क्रिप्‍शन पर मेडिकल स्‍टोर्स में मिलेगा।


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