'दवा कंपनियों की कमी...', कफ सिरप मामले में गिरफ्तार डॉक्टर के बचाव में आया आईएमए
मध्य प्रदेश में कफ सिरप से 16 बच्चों की मौत के मामले में गिरफ्तार डॉ. प्रवीन सोनी के बचाव में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) आया है। आईएमए ने गिरफ्तारी की निंदा करते हुए इसे कानूनी अज्ञानता का उदाहरण बताया। आईएमए ने वास्तविक दोषियों पर कार्रवाई और प्रभावित परिवारों के लिए मुआवजे की मांग की है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में खांसी की सिरप से 16 बच्चों की मौत के मामले में गिरफ्तार किए गए डॉ. प्रवीन सोनी के बचाव में अब इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) उतर आया है।
आईएमए ने गिरफ्तारी की निंदा की और कहा कि मध्य प्रदेश में कफ सिरप त्रासदी और उसके बाद उसे लिखने वाले डॉक्टर की गिरफ्तारी अधिकारियों और पुलिस की कानूनी अज्ञानता का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
आईएमए ने की मुआवजे की मांग
आईएमए ने वास्तविक दोषियों पर तत्काल कार्रवाई और प्रभावित परिवारों और बदनामी का शिकार हुए डॉक्टर के लिए पर्याप्त मुआवजे की मांग की। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात बाल रोग विशेषज्ञ और मेसर्स श्रीसन फार्मास्युटिकल्स, कांचीपुरम, तमिलनाडु के निदेशकों के खिलाफ शनिवार को परासिया थाने में एफआईआर दर्ज की गई।
स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात की कही बात
आईएमए के अनुसार, बीएमओ की रिपोर्ट के तुरंत बाद डॉक्टर की जल्दबाजी में की गई गिरफ्तारी, नियामक निकायों और संबंधित दवा कंपनी की गलतियों से लोगों का ध्यान हटाने की कोशिश को दर्शाती है। संगठन का कहना है कि वह इस मामले में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से बातचीत करेगा और डॉक्टर की रिहाई की मांग करेगा।
(न्यूज एजेंसी एएनआई के इनपुट के साथ)
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