Coronavirus: जानें सेनिटाइजर या साबुन किससे करें हाथ साफ, कौन है बेहतर
कोरोना वारयस को रोकने के लिए सबसे जरुरी है आप अपने हाथों को अच्छी तरह से साफ रखें। साथ ही सेनिटाइजर का इस्तेमाल करना भी जरुरी नहीं है। जानें कैसे आप रोग से बच सकते हैं।
देवास, जेएनएन। दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस को रोकने के लिए हाथ साफ करने का बहुत महत्व माना जा रहा है। वजह ये है कि अधिकतर वायरस हाथों के जरिए ही सबसे अधिक फैलता है। कुछ लोग पूछते हैं कि बार-बार हाथ धोने से क्या होगा? आइए जानते हैं कि हाथ नहीं धोने से क्या-क्या हो सकता है। डॉ. अनिल भदौरिया, जनरल फीजिशियन, कर्मचारी राज्य बीमा योजना अस्पताल ने इसके बारे में काफी जानकारी दी है।
साबुन से हाथ धोना सेनिटाइजर से बेहतर
चिकित्सा विज्ञान सालों से मानते आ रहे हैं कि बीमारी से बचने के लिए हाथ धोने की प्रक्रिया महत्वपूर्ण है। याद रखें हैंड सेनिटाइजर यदि 60 प्रतिशत अल्कोहल की मात्रा वाला है तो ठीक वरना साबुन से ही हाथ धोएं। हाथ साफ करने का ये भी फायदा है कि इससे यदि हाथों में संक्रमण लगा भी होगा तो वह निकल जाता है। साथ ही बता दें कि साबुन और गुनगुने पानी से हाथ धोना सेनिटाइजर से बेहतर माना जाता है।
एक शोध के अनुसार हमारे देश में 40 प्रतिशत लोग खाना खाने से पहले हाथ नहीं धोते हैं, जबकि इससे अधिक लोग मल त्याग कर हाथ नहीं धोते हैं। इसी अध्ययन के मुताबिक यदि हाथ धोने की प्रक्रिया पूरी ईमानदारी से निभा लें तो हर साल लाखों लोगों की जान बच सकती है। कोरोना वायरस से मुकाबले का यह एक सबसे ताकतवर हथियार है।
एक से दूसरे तक पहुंचते हैं रोगाणु
यदि हाथ संक्रमित हों और उन्हें धोकर साफ न किया जाए तो रोगाणु अपने परिजनों और मित्रों तक पहुंच सकता है। हाथ धोने से श्वास संबंधित बीमारियों को भी रोका जा सकता है। दरवाजे का हैंडल, टॉयलेट या बाथरूम के दरवाजे का हैंडल, नल की टोंटी, रेलिंग, लिफ्ट के बटन और ऐसे ही अनेक स्थान जो आमजन के साथ-साथ आपके इस्तेमाल में भी आते हैं तो उनके संपर्क से आप तक संक्रमित हो सकते हैं। याद रखें कि एक ग्राम मानव मल में करोड़ों रोगाणु मौजूद रहते हैं।
पकड़ लेगी गंभीर बीमारी
ये रोगाणु संपर्क के जरिए शरीर में आसानी से पहुंच जाते हैं। यदि आपको मुंह, नाक और आंखों तक बार-बार हाथ पहुंचाने की आदत है तो अनजाने में ही आपके हाथों का संक्रमण मुंह और आंखों को प्रभावित करेगा। इन संक्रमणों की वजह से आप गंभीर रूप से बीमार पड़ सकते हैं।
ऐसे धोएं हाथ: सेनिटाइजर से ज्यादा प्रभावी साबुन
याद रखें कि सेनिटाइजर से अधिक प्रभावशाली होता है साबुन से हाथ धोना। हाथों में साबुन लगाकर देर तक रगड़ें, झाग निकलने का इंतजार करें, हथेलियों और पिछले हिस्से सहित अंगुलियों को भी रगड़कर साफ करें। अधिक पानी से पूरा झाग निकालें। अब स्वच्छ और सूखे कपड़े से पोंछ लें। ऐसा करके आप न सिर्फ श्वास रोगों के संक्रमण से बच सकेंगे बल्कि पेट के रोगों से भी बच पाएंगे।
हो सकता है पेट का संक्रमण
हाथों के माध्यम से जो रोगाणु शरीर में प्रवेश करते हैं, उनमें कोरोना वायरस के बाद सबसे अधिक तकलीफदायक है पेट का संक्रमण। यह रोगाणु दूषित पानी एवं संक्रमित हाथों से शरीर में पहुंचते हैं। जिसके कारण टायफाइड व कॉलरा जैसे घातक रोगों का संक्रमण पैदा होता है। डायरिया के 10 में से 4 मामलों को सही तरीके से हाथ धोकर रोग की चपेट में आने से बचाया जा सकता है।
आंखों के संक्रमण को रखें दूर
हैंड वॉशिंग का एक और महत्वपूर्ण फायदा यह है कि इससे आंखों को होने वाले संक्रमण से बचाया जा सकता है। संक्रमित हाथों के जरिए ही कंजेक्टिवाइटिस तथा ट्रेकोमा जैसे आंखों के संक्रामक रोग फैलते हैं। ट्रेकोमा एक ऐसा बैक्टीरियल संक्रमण है, जो दुनिया भर में अंधत्व का प्रमुख कारण माना जाता है। ऐसे में आंखों की सुरक्षा में हाथ धोने की सही प्रक्रिया बेहद कारगर साबित हो सकती है।
बचाए त्वचा के संक्रमण से
स्टेफिलोक्कॉकस ऐसा बैक्टीरिया है, जो शरीर की त्वचा और नथुनों में पाया जाता है। यदि ये रोगाणु खुले घावों तक पहुंच जाएं तो त्वचा का संक्रमण हो जाता है। त्वचा के अंदर सॉफ्ट टिश्यू तक उतरकर ये बैक्टीरिया शरीर के जोड़ों और हड्डियों सहित महत्वपूर्ण अवयवों तक पहुंचता है। हैंड वॉशिंग से इससे संक्रमण से काफी हद तक बचा जा सकता है।
इन बातों का रखे खास ख्याल
- भीड़ भरे स्थानों जैसे मॉल, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड शामिल हैं।
- खाना बनाने और खाने से पहले हाथ जरूर धोएं।
- टॉयलेट का इस्तेमाल करने के बाद साबुन से हाथ जरूर धो लें।
- यदि छोटे बच्चे को सार्वजनिक टॉयलेट में ले गए हों तो उसके और अपने हाथों को साबुन से धो लें।
- रूमाल को नाक पर लगाकर छींकने के बाद हाथ धो लें।
- याद रखें हैंड सेनिटाइजर यदि 60 प्रतिशत अल्कोहल की मात्रा वाला है तो ठीक वरना साबुन से ही हाथ धोएं।
- साबुन और गुनगुने पानी से हाथ धोना सेनिटाइजर से बेहतर माना जाता है।
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