जानिए क्या है बजरंग दल का इतिहास, कांग्रेस का है बैन का 'प्लान', ट्विटर पर ट्रेंड हुआ 'बजरंग दल देश की शान'
कर्नाटक में चुनाव से पहले कांग्रेस ने घोषणा की है कि राज्य में अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो बजरंग दल जैसे संगठनों को बैन कर दिया जाएगा। बजरंग दल के समर्थन में ट्विटर पर हैशटैग काफी ट्रेंड कर रहा है।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव हैं और कांग्रेस की तरफ से यहां की जनता को गारंटी के साथ वादे किए जा रहे हैं। पार्टी के पांच प्रमुख वादों से तो आप अच्छी तरह वाकिफ ही होंगे। इसके अलावा एक और ऐसा वादा भी है जिसे लेकर विवाद शुरू हो गया है। विवाद भी ऐसा कि ट्विटर पर एक जंग सी छिड़ चुकी है।
कैसे शुरू हुआ विवाद?
भारतीय जनता पार्टी की तरफ से हाल ही में 'यूनिफॉर्म सिविल कोड' को लेकर संकल्प पत्र में जोर दिया गया था। इसके बाद कांग्रेस ने भी जवाबी हमला करते हुए कहा, "अगर कांग्रेस पार्टी सत्ता में आती है तो बजरंग दल जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। अब इसे लेकर ट्विटर पर खासा घमासान देखने को मिल रहा है। एक हैशटैग इस समय काफी ट्रेंड कर रहा है, वो है #देश_की_शान_बजरंग दल।
इसके बाद बजरंग दल के समर्थन में काफी यूजर्स ने पोस्ट किए हैं।
कांग्रेस की घोषणा के बाद से ही इसे लेकर विवाद खड़ा हो गया है, तरह-तरह के बयान इसे लेकर देखे जा रहे हैं। चलिए जानते हैं कि इसे लेकर आखिर विवाद क्यों हो रहा है, साथ ही बजरंग दल का इतिहास भी जानेंगे।
पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो बजरंग दल और पीएफआई जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। कांग्रेस के इस एलान के बाद से ही कांग्रेस को लेकर भी काफी लोग विरोध कर रहे हैं। वहीं बीजेपी नेता और असम सीएम हिमंत बिस्वा ने भी जवाबी बयान दिया है। उन्होंने कहा कि क्या केरल में कांग्रेस ने मुस्लिम लीग से गठबंधन कर लिया है?
बजरंग दल का इतिहास
बजरंग दल को एक महत्वपूर्ण हिन्दुत्व संगठन माना जाता है। इसकी स्थापना 8 अक्टूबर, 1984 को अयोध्या में हुई थी। विनय कटियार बजरंग दल के संस्थापक-अध्यक्ष हैं। ऐसा माना जाता है कि श्रीराम जानकी रथ यात्रा के दौरान ही इसकी स्थापना हुई थी। इस दल का मुख्य मकसद लोगों तक हिंदुत्व को पहुंचाना था। बाद में इसके साथ कई युवा और साधु-संत भी जुड़ते गए। धीरे-धीरे इसकी लोकप्रियता पूरे देश में फैल गई।
कैसे काम करता है बजरंग दल?
बजरंग दल की तरफ से हर साल देश भर में कार्यकर्ताओं के ट्रेनिंग करवाई जाती है। साथ ही हिंदू धर्म के लिए देशभर में इसके कार्यकर्ता जागरुकता अभियान करते हैं। साथ ही इसके कार्यकर्ता सामाजिक कार्यों में लगातार हिस्सा लेते हैं। संगठन की तरफ से रक्दतान शिविर भी लगाए जाते हैं।
इसके अलावा बजरंग दल को गोवंश को बचाने को लेकर भी जाना जाता है। इसमें 22 लाख कार्यकर्ता और 25 लाख से अधिक सदस्य शामिल हैं।