Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कांग्रेस संगठन में बड़ा फेरबदल, भूपेश बघेल बने महासचिव; पार्टी ने कई राज्यों के प्रभारी भी बदले

    Updated: Fri, 14 Feb 2025 11:16 PM (IST)

    कांग्रेस पार्टी को दिल्ली के विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी ने संगठन में बड़ा फेरबदल किया है। भूपेश बघेल को बड़ी जिम्मेदारी देते हुए पार्टी ने महासचिव बनाया है। इसके साथ ही अजय कुमार लल्लू को पहली बार राष्ट्रीय संगठन में भूमिका देते हुए ओडिशा का प्रभारी नियुक्त किया गया है।

    Hero Image
    कांग्रेस पार्टी ने ने कई राज्यों के प्रभारी को बदला है। (फोटो- इंटरनेट मीडिया)

    संजय मिश्र, जागरण, नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों के बाद पार्टी के शीर्ष संगठन में पहला बड़ा फेरबदल करते हुए कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया है।

    राष्ट्रीय राजनीति की पहली औपचारिक भूमिका में बघेल को कांग्रेस की सियासत के लिए बेहद अहम राज्य पंजाब का प्रभारी महासचिव बनाया गया है। वहीं कर्नाटक से राज्यसभा सांसद सैयद नासिर हुसैन को भी पहली बार महासचिव बनाते हुए जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख का प्रभार सौंपा गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इन राज्यों में भी बदले प्रभारी

    इन दो नए महासचिवों के साथ-साथ बिहार, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश, हरियाणा और तेलंगाना के पार्टी प्रभारियों को बदलते हुए नौ नए प्रभारियों की नियुक्ति की है।

    जबकि आधा दर्जन प्रभारियों को हटाया गया है जिसमें पार्टी महासचिव दीपक बाबरिया भी शामिल हैं। छत्तीसगढ़ के पिछले चुनाव में हार के बाद से भूपेश बघेल कई चुनावी राज्यों में पार्टी के वरिष्ठ पर्यवेक्षक के तौर पर राष्ट्रीय भूमिका निभाते रहे हैं।

    पंजाब पर कांग्रेस का खास फोकस

    कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अब पंजाब कांग्रेस के प्रभारी महासचिव के रूप में आधिकारिक भूमिका सौंप दी है। पंजाब में दो साल बाद विधानसभा चुनाव होने हैं जहां आम आदमी पार्टी की सत्ता को चुनौती देने के लिए कांग्रेस ही मुख्य दावेदार मानी जा रही है।

    दिल्ली के चुनाव में आप की हार के बाद कांग्रेस की उम्मीदें पंजाब को लेकर बढ़ने लगी हैं। इसीलिए पूर्व मुख्यमंत्री कद के वरिष्ठ नेता को सूबे की जिम्मेदारी देकर नेतृत्व ने अपनी गंभीरता का संदेश देने की कोशिश की है।

    बघेल हैं राहुल गांधी के करीबी

    कांग्रेस के गलियारे में बघेल, लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के करीबी माने जाते हैं। वहीं, महासचिव बनाए जाने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष कार्यालय की जिम्मेदारी से मुक्त किए गए नासिर हुसैन को खरगे का विश्वसनीय माना जाता है।

    तारिक अनवर की कुछ समय पहले हुई छुट्टी के बाद नासिर संगठन में अल्पसंख्यक समुदाय का प्रतिनिधित्व करेंगे। जम्मू-कश्मीर की कांग्रेस प्रभारी रहीं रजनी पाटिल को अब हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ का प्रभारी बनाया गया है। जबकि कर्नाटक के वरिष्ठ नेता बीके हरिप्रसाद को पार्टी के लिए महत्वपूर्ण राज्य हरियाणा का प्रभारी बनाया गया है।

    बिहार के प्रभारी पद से मोहन प्रकाश हटाए गए

    बिहार के प्रभारी पद से मोहन प्रकाश को हटा दिया गया है और उनकी जगह कृष्णा अलावरू को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। बिहार में इस वर्ष के आखिर में होने वाले चुनाव को देखते हुए युवा चेहरे अलावरू के लिए राजद नेतृत्व को साधना आसान नहीं होगा।

    अजय कुमार लल्लू को भी मिली जिम्मेदारी

    उत्तर प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को पहली बार राष्ट्रीय संगठन में भूमिका देते हुए ओडिशा का प्रभारी नियुक्त किया गया है। राहुल गांधी की टीम के सदस्य माने जाने वाले के. राजू और मीनाक्षी नटराजन की फिर से संगठन में वापसी हुई है। राजू को झारखंड तो मीनाक्षी को तेलंगाना जैसे महत्वपूर्ण राज्य के प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

    राजस्थान के वरिष्ठ नेता तथा पंजाब के प्रभारी रहे हरीश चौधरी को मध्यप्रदेश का प्रभारी बनाया गया है। सप्तगिरी संकर उलाका को पूर्वोत्तर राज्यों मणिपुर, त्रिपुरा, सिक्किम और नगालैंड का प्रभारी नियुक्त किया गया है। बाबरिया और मोहन प्रकाश के अलावा हिमाचल प्रदेश के प्रभारी रहे राजीव शुक्ल, भरत सोलंकी, डा.अजय कुमार और देवेंद्र यादव को प्रभारी पद के दायित्व से पार्टी ने मुक्त कर दिया है।

    यह भी पढ़ें: Politics: 'गोगोई ने पाक उच्चायोग के इशारे पर पूछे संसद में सवाल', भाजपा ने कांग्रेस सांसद की पत्नी पर लगाए आरोप

    यह भी पढ़ें: 'डबल इंजन सरकार ने निर्दोष लोगों की जान ली', मणिपुर में राष्ट्रपति शासन को लेकर केंद्र पर भड़की कांग्रेस