Telangana: महात्मा गांधी के विचारों से प्रेरित है तेलंगाना मॉडल, सीएम केसीआर ने कहा- देश के लिए बना मार्गदर्शक
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (K. Chandrashekar Rao) ने कहा कि तेलंगाना मॉडल देश के लिए एक मार्गदर्शक जैसा बन गया है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना राज्य का सपना भी गांधीवादी तरीके से आंदोलन को अपनाकर ही संभव हो पाया। उन्होंने कहा कि राज्य समावेशी और व्यापक विकास मॉडल के साथ तेजी से आगे बढ़ रहा है और तेलंगाना देश के लिए एक मर्गदर्शक जैसा बन गया है।
हैदराबाद, ऑनलाइन डेस्क। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (K. Chandrashekar Rao) ने कहा कि 'तेलंगाना मॉडल' देश के लिए एक मार्गदर्शक जैसा बन गया है। उन्होंने कल्याणकारी योजनाओं और विकास कार्यक्रमों पर कहा कि महात्मा गांधी के 'ग्राम स्वराज' की प्रेरणा ने उन्हें राज्य में रायथु बंधु (Rythu Bandhu) और पल्ले प्रगति (Palle Pragathi) जैसे कई ग्राम आधारित कल्याणकारी योजनाओं को शुरू करने के लिए प्रेरित किया है।
राज्य की कल्याणकारी योजना गांधी विचारधारा से प्रेरित
सीएम केसीआर ने शुक्रवार को हैदराबाद अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर (HICC) में भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित स्वतंत्र भारत वज्रोत्सवलु (Swatantra Bharata Vajrotsavalu) के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाएं महात्मा गांधी की विचारधारा से प्रेरित है।
तेलंगाना पर क्या बोले केसीआर?
उन्होंने कहा कि तेलंगाना राज्य का सपना भी गांधीवादी तरीके से आंदोलन को अपनाकर ही संभव हो पाया। हालांकि, इस दौरान कुछ ताकतों ने कहा था कि यह एक हिंसात्मक आंदोलन है। उन्होंने कहा
तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के गठन के बाद मैंने साफ-साफ कहा था कि तेलंगाना के लिए होने वाला आंदोलन में किसी प्रकार की हिंसा नहीं होगा। हालांकि, कई लोग मुझसे इस बात को लेकर सहमत नहीं थे, लेकिन इस बार पर सभी राजी हो गए थे कि मैंने जो भी रास्ता चुना था वह सही था और सभी ने इसके लिए मेरा समर्थन किया था। मैंने टीआरएस के गठन के दौरान ही फैसला कर लिया था कि इस आंदोलन में कुछ भी हो जाए हिंसा का मार्ग नहीं अपनाना है।
तेलंगाना देश के लिए बना मार्गदर्शक
केसीआर ने कहा कि राज्य सरकार सभी को एक समान प्राथमिकता दे रही है, जिसमें गांव, कस्बा, शहर, कृषि से लेकर उद्योग और आईटी क्षेत्र के विकास, आदिवासी, दलित, अल्पसंख्यक से लेकर उच्च जाति लोग शामिल हैं। उन्होंने कहा कि राज्य समावेशी और व्यापक विकास मॉडल के साथ तेजी से आगे बढ़ रहा है और तेलंगाना देश के लिए एक मर्गदर्शक जैसा बन गया है।