हमें अपने संविधान पर गर्व, पड़ोस में देखिए क्या हो रहा है; प्रेसीडेंशियल रिफरेंस पर सुनवाई के दौरान CJI की टिप्पणी
भारत के प्रधान न्यायाधीश बीआर गवई ने नेपाल के हालातों की ओर इशारा करते हुए कहा कि हमें अपने संविधान पर गर्व है। कोर्ट नेपाल में सरकार के खिलाफ हिंसक आंदोलन की ओर इशारा कर रहा था जहां 30 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। जस्टिस विक्रमनाथ ने बांग्लादेश का जिक्र करते हुए कहा और बांग्लादेश भी। सुप्रीम कोर्ट में संविधान पीठ प्रेसीडेंशियल रिफरेंस पर सुनवाई कर रही है।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत के प्रधान न्यायाधीश बीआर गवई ने पड़ोसी देश नेपाल के हालात की ओर इशारा करते हुए बुधवार को कहा कि हमें अपने संविधान पर गर्व है।
सीजेआइ ने ये टिप्पणी प्रेसीडेंशियल रिफरेंस पर सुनवाई के दौरान उस वक्त की जब केंद्र सरकार की ओर से पेश सालिसिटर तुषार मेहता बहस कर रहे थे और यह बता रहे थे कि हमारे देश में संविधान कितने अच्छे से काम कर रहा है और हमारा लोकतंत्र कितना मजबूत है।
नेपाल के मौजूदा हालात की ओर इशारा
चीफ जस्टिस गवई ने नेपाल के मौजूदा हालात की ओर इशारा करते हुए कहा कि हमें अपने संविधान पर गर्व है, देखो पड़ोस में क्या हो रहा है। कोर्ट नेपाल में सरकार के खिलाफ दो दिन से चल रहे हिंसक आंदोलन की ओर संकेत कर रहा था जहां अभी तक 30 लोगों की मृत्यु हो चुकी है और प्रधानमंत्री इस्तीफा दे चुके हैं।
जस्टिस विक्रमनाथ ने किया बांग्लादेश का जिक्र
जब जस्टिस गवई का इशारा नेपाल की ओर था तभी पीठ के अन्य न्यायाधीश विक्रमनाथ ने दूसरे पड़ोसी देश बांग्लादेश का जिक्र करते हुए कहा और बांग्लादेश भी।
मालूम हो कि बांग्लादेश में भी पिछले वर्ष इसी तरह का सरकार के खिलाफ हिंसक आंदोलन हुआ था और वहां की प्रधानमंत्री शेख हसीना को भाग कर भारत में शरण लेनी पड़ी थी।
सुप्रीम कोर्ट में प्रधान न्यायाधीश बीआर गवई की अध्यक्षता वाली पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ आजकल प्रेसीडेंशियल रिफरेंस पर सुनवाई कर रही है और उसी सुनवाई के दौरान कोर्ट ने पड़ोसी देशों के हालात पर टिप्पणी करते हुए अपने संविधान पर गर्व जताया।
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