'रिटायरमेंट के बाद नहीं लूंगा कोई सरकारी पद', CJI गवई ने बताया फ्यूचर प्लान; अपने गांव को दिया खास तोहफा
भारत के चीफ जस्टिस बी आर गवई ने कहा है कि वे रिटायरमेंट के बाद कोई भी सरकारी पद नहीं लेंगे। उन्होंने यह घोषणा महाराष्ट्र के अमरावती जिले में अपने पैतृक गांव दरापुर में की। जस्टिस गवई नवंबर 2025 में रिटायर होंगे। दरापुर में उनका जोरदार स्वागत किया गया और उन्होंने अपने पिता आरएस गवई की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

पीटीआई, अमरावती। भारत के चीफ जस्टिस बी आर गवई ने शुक्रवार को कहा कि वह रिटायरमेंट के बाद कोई भी सरकारी पद नहीं लेंगे। उन्होंने यह बात महाराष्ट्र के अमरावती जिले के अपने पैतृक गांव दरापुर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कही।
बता दें, सीजेआई गवई नवंबर 2025 में रिटायर होने वाले हैं। उन्होंने कहा, "मैंने तय कर लिया है कि रिटायरमेंट के बाद किसी भी सरकारी पद को स्वीकार नहीं करूंगा। रिटायरमेंट के बाद मुझे और समय मिलेगा और मैं कोशिश करंगा कि ये समय दरापुर, अमरावती और नागपुर में बिताऊं।"
लोगों ने किया जोरदार स्वागत
इस दौरान गांव के लोगों के उनका जोरदार स्वागत किया। बड़ी संख्या में लोग CJI के स्वागत के लिए गांव में जमा हुए थे। दरापुर पहुंचने पर बीआर गवई ने अपने पिता और पूर्व राज्यपाल आरएस गवई की समाधि पर पुष्प अर्पित की।
बता दें, आरएस गवई केरल और बिहार के राज्यपाल भी रह चुके थे। उनके श्रद्धांजलि कार्यक्रम में बीआर गवई अपने कुछ पारिवारिक सदस्यों के साथ कार्यक्रम में शामिल हुए थे।
गांव को दिया खास तोहफा
इस कार्यक्रम के दौरान उन्होंने गांव के लिए एक खास तोहफा भी दिया। उन्होंने दरापुर की ओर जाने वाले मार्ग पर एक भव्य गेट बनाने की आधारशीला रखी, जो आरएस गवई के नाम पर होगा।
ई-लाइब्रेरी का करेंगे उद्घाटन
इसके अलावा, CJI गवई शनिवार को अमरावती जिला और सत्र न्यायालय परिसर में 'स्व. टीआर गिल्दा स्मृति ई-लाइब्रेरी' का भी उद्घाटन करेंगे। इस ई-लाइब्रेरी से न्यायाधीशों, वकीलों और विधि छात्रों को कानूनी जानकारी प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
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