मध्यप्रदेश में देश के पहले CISF महिला कमांडो दस्ते को दी जा रही ट्रेनिंग, सेना में बढ़ेगा योगदान
मध्य प्रदेश के बड़वाह में CISF के पहले महिला कमांडो बैच को विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है। 28 महिला कमांडो के इस बैच को आठ सप्ताह की कठिन ट्रेनिंग दी जा रही है जिसमें उन्हें हर मुश्किल परिस्थिति के लिए तैयार किया जा रहा है। इस स्पेशल 28 बैच के बाद दो और बैच आएंगे जिनमें कुल 100 महिला जवानों को कमांडो ट्रेनिंग देने का लक्ष्य है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के पहले महिला कमांडो बैच की विशेष ट्रेनिंग मध्य प्रदेश के बड़वाह में हो रही है। यहां के क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र (आरटीसी) में 28 महिला कमांडो के बैच को आठ सप्ताह की विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है।
हाथों में 16 किलो वजनी बंदूक लेकर दौड़ना हो या नदी-नालों से पार होकर सुरक्षित अपने स्थान तक पहुंचना हो, घंटों जंगल में भूखे रहकर आगे बढ़ते रहना हो या आतंकी ठिकानों पर हमला करना हो.. हर कठिन परिस्थिति के लिए नारी शक्ति को तैयार किया जा रहा है।
कितने हैं ट्रेनिंग सेंटर
वरिष्ठ कमांडेंट एसके सारस्वत ने बताया कि देशभर में छह ट्रेनिंग सेंटर हैं। यह पहला मौका है, जब सीआइएसएफ में महिला कमांडो यूनिट की शुरुआत की गई है। 28 महिला जवानों को सुबह चार बजे से रात 10 बजे तक ट्रेनिंग दी जा रही है। 11 अगस्त से शुरू ट्रेनिंग चार अक्टूबर तक चलेगी। इसे स्पेशल 28 नाम दिया गया है।
कितनी महिला जवानों को दी जाएगी ट्रेनिंग?
दूसरा बैच अक्टूबर और तीसरा दिसंबर में आएगा। कुल 100 महिला जवानों को कमांडो ट्रेनिंग देने का लक्ष्य है। प्रशिक्षित होने के बाद महिला कमांडो देश के हवाई अड्डों और अन्य संवेदनशील प्रतिष्ठानों पर सुरक्षा संभालेंगी। ट्रेनिंग में शामिल कमांडो मानसी व आयोशी ने कहा कि यह सबसे कठिन ट्रेनिंग है। हमारे पास हथियार नहीं भी हो तो हम दुश्मन का मुकाबला कर सकती हैं।
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