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    छिंदवाड़ा में जहरीले कफ सीरप के बाद पानी से फैली बीमारी, एक साथ 60 लोगों की तबीयत बिगड़ी

    Updated: Thu, 16 Oct 2025 01:39 PM (IST)

    मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के राजोला गांव में कुएं का जहरीला पानी पीने से 60 लोग बीमार हो गए। उल्टी-दस्त की शिकायत के बाद प्रशासन ने चिकित्सा शिविर लगाया है। जांच में कुएं के पानी में मरे हुए कबूतर पाए गए, जिससे पानी दूषित हो गया और इसे पीने से लोग बीमार पड़ गए।

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    छिंदवाड़ा में कुएं का जहरीला पानी पीने से 60 लोगों की बिगड़ी तबीयत (स्क्रीब ग्रैब)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के छिंडवाड़ा में इन दिनों एक के बाद एक बीरमारियां फैल रही हैं। बीते दिनों कोल्ड्रिफ कफ सीप के चलते कई बच्चों की मौत हो गई। वहीं, अब ताजा मामला छिंदवाड़ा के राजोला गांव से सामने आया है। जहां कुएं का जहरीला पानी पीने से पूरा गांव बीमार हो गया है।

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    जानकारी के मुताबिक, कुएं का पानी संक्रमित था। इस कुएं का पानी करीब 150 घरों के लोगों ने पिया। कुएं का दूषित पानी पीने से करीब 60 लोगों की तबीयत बिगड़ी है। ये सभी लोग उल्टी-दस्त से पीड़ित हैं।

    मरीजों की हालत स्थिर

    मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौजूद है। दूषित पानी पीने वाले 150 घर के लोगों की जांच की गई। जिसमें 60 लोगों को उल्टी-दस्त की शिकायत है। प्रशासन ने गांव में दो से तीन दिनों के लिए चिकित्सा शिविर लगाया है। डॉक्टरों के मुताबिक, सभी मरीजों की तबीयत स्थितर है। हालांकि, उन पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। ताकि समय पर ट्रीटमेंट मिल सके और किसी तरह के अनहोनी से बचा जा सके।

    क्या बोले एसडीएम?

    छिंदवाड़ा के राजोला गांव में हुई इस घटना को लेकर एसडीएम हेमकरण धुर्वे ने बताया कि हमने कल 150 परिवारों की जांच की थी। 150 परिवारों के 60 लोग उल्टी-दस्त से पीड़ित पाए गए। हमने कुएं के पानी के नमूने लिए और पाया कि वह दूषित था। कुएं में चार कबूतर मृत पाए गए। आज 120 मरीजों को दवा दी गई है। अगले 2-3 दिनों तक यहाँ हमारा चिकित्सा शिविर लगा रहेगा। किसी भी मरीज़ की हालत गंभीर नहीं है। ग्राम पंचायत की लापरवाही के लिए कार्रवाई की जाएगी।

    कबूतरों के चलते दूषित हुआ पानी

    एसडीएम के अनुसार, जिस कुएं का पानी पीने से ग्रामीण बीमार पड़े हैं। उस कुएं में चार कबूरतर मरे हुए पाए गए थे। इन्हीं मरे हुए कबूतरों के चलते पानी संक्रमित हुआ। जिसके चलते बड़ी संख्या में ग्रामीण बीमार हुए। घटना को लेकर गांववालों का कहना है ने पंचायत पर सवाल खड़े किए हैं। उनका मानना है कि पंचायद द्वारा पीने के पानी वाले संसाधन और पानी की टंकी तथा कुएं की सफाई नहीं करवाई है।


    (समचार एजेंसी, एएनआई के इनपुट के साथ)


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