छत्तीसगढ़: कुएं से मरे मेंढक निकाल रहा था बेटा, बचाने के लिए पिता भी उतरा; दोनों की मौत
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक दुखद घटना में एक व्यक्ति और उसके 15 वर्षीय बेटे की कुएं में उतरने के बाद मौत हो गई। माना जा रहा है कि जहरीली गैस से दम घुटने या बिजली का झटका लगने से यह हादसा हुआ। बेटे के कुएं में मृत मेंढकों को निकालने के लिए उतरने के बाद पिता भी उसे बचाने के लिए कुएं में कूदे।

पीटीआई, बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक व्यक्ति और उसके 15 वर्षीय बेटे की कुएं में उतरने के बाद मौत हो गई। मौत का स्पष्ट कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन माना जा रहा है कि जहरीली गैस से दम घुटने या बिजली का झटका लगा होगा।
मामला सीपत थाना क्षेक्ष के ऊनी गांव का है। पुलिस के मुताबिक, व्यक्ति का बेटा सबसे पहले कुएं में पड़े मृत मेढकों को बाहर निकालने के लिए कुएं में उतरा था। उसे बचाने के लिए व्यक्ति भी कुएं में उतरा, लेकिन दोनों ही बाहर नहीं आ पाए।
घर के आंगन में था कुआं
थाना प्रभारी गोपाल सतपथी के मुताबिक, 40 वर्षीय कैलाश दास गोस्वामी पेशे से ड्राइवर था। उसने अपने घर के आंगन में हाल ही में कुआं खोदवाया था। सोमवार के दिन किसी कारणवण घर की बिजली गुल हो गई थी। इसके बाद कैलाश के 15 साल के बेटे अंशु ने 25 फीट गहरे कुएं से रस्सी और बाल्टी के इस्तेमाल से पानी निकाला।
इस दौरान अंशु को कुएं से बदबू आने लगी। जब उसने कुएं में झांककर देखा, तो उसे पानी की सतह पर कुछ मेढक मरे दिखाई दिए। वह कुएं में उन मेढकों को निकालने के लिए उतरा। जब वह काफी देर तक बाहर नहीं आया, तो उसके पिता को अनहोनी का अंदेशा हुआ।
बेटे को बचाने के लिए कूदा पिता
इसके बाद उसने देखा कि उसका बेटा मदद के लिए तड़प रहा है। बेटे को बचाने की कोशिश में वह कुएं में कूद गया। कुछ समय तक वह भी बाहर नहीं आया। इसके बाद कैलाश की पत्नी ने चिल्लाकर लोगों से मदद मांगी। उसकी आवाज सुनकर पड़ोसी वहां पहुंच गए और पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस और ग्रामीणों बांस के डंडे और रस्सियों की मदद से शवों को बाहर निकाला। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस का मानना है कि बिजली का झटका लगने या जहरीली गैस से दम घुटने के कारण दोनों की मौत हुई होगी।
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