हिमाचल में प्राकृतिक आपदाओं को लेकर गंभीर केंद्र सरकार, आकलन के लिए विशेष टीम गठित
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं के कारण उत्पन्न स्थिति का आकलन करने के लिए एक केंद्रीय टीम गठित करने का निर्देश दिया है। यह निर्णय हिमाचल प्रदेश में बादल फटने बाढ़ और भूस्खलन से हुए नुकसान के बाद लिया गया। टीम में एनडीएमए सीबीआरआई रुड़की आईआईटीएम पुणे और आईआईटी इंदौर के विशेषज्ञ शामिल होंगे।

पीटीआई, नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं के मद्देनजर स्थिति का आकलन करने के लिए एक केंद्रीय टीम के गठन का निर्देश दिया है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि शाह की अध्यक्षता में हाल में हुई बैठक में यह बात सामने आई कि हिमाचल प्रदेश में बादल फटने, अचानक बाढ़, भूस्खलन और मूसलधार बारिश में वृद्धि हुई है।
इससे राज्य में बड़े पैमाने पर जान-माल की हानि, बुनियादी ढांचे और आजीविका को नुकसान हुआ है। इसमें कहा गया है कि शाह ने स्थिति का आकलन करने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए), केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआई) रुड़की, भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) पुणे और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) इंदौर के विशेषज्ञों की एक बहु क्षेत्रीय केंद्रीय टीम के गठन का आदेश दिया।
कहा गया कि इस वर्ष हिमाचल प्रदेश के विभिन्न भागों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के दौरान अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के मद्देनजर केंद्र सरकार ने राज्य के ज्ञापन की प्रतीक्षा किए बिना ही क्षति का मौके पर जाकर प्रत्यक्ष आकलन करने के लिए पहले ही एक अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय दल (आईएमसीटी) को तैनात कर दिया है। आईएमसीटी 18 से 21 जुलाई तक राज्य के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रही है।
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