भारत के खिलाफ बांग्लादेश रच रहा बड़ी साजिश! केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने जमात-उल-मुजाहिदीन को लेकर किया अलर्ट
पिछले साढ़े तीन महीनों में सरकारी रेलवे पुलिस बीएसएफ और त्रिपुरा पुलिस ने अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने के बाद अगरतला रेलवे स्टेशन और त्रिपुरा के विभिन्न स्थानों से 450 से अधिक बांग्लादेशी नागरिकों और 60 से अधिक रोहिंग्याओं को गिरफ्तार किया। असम पुलिस ने पिछले तीन महीनों के दौरान लगभग 150 घुसपैठियों का पता लगाया है और उन्हें बांग्लादेश भेजा है।

एजेंसी, नई दिल्ली। केंद्र सरकार और विभिन्न केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) और उसके सहयोगी संगठनों की गतिविधियों को लेकर पूर्वोत्तर राज्यों को सतर्क कर दिया है।
एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने बताया कि केंद्र के निर्देश मिलने के बाद सभी केंद्रीय और राज्य खुफिया एजेंसियों ने सीमावर्ती और संवेदनशील क्षेत्रों में अपनी सतर्कता और बढ़ा दी है।
भारतीय एजेंसियां अलर्ट
एक अधिकारी ने बताया कि पूर्वोत्तर के सात राज्यों में से बांग्लादेश स्थित आतंकी संगठन हमेशा भू-राजनीतिक और जनसांख्यिकीय कारणों से अपना आधार बढ़ाने के लिए असम और त्रिपुरा को लक्ष्य बनाते हैं। हालांकि, ये समूह अपनी योजनाओं में कभी सफल नहीं हो पाते, क्योंकि सतर्क भारतीय एजेंसियों ने शुरुआती चरण में ही उनकी योजनाओं को विफल कर दिया।
कई संदिग्ध गिरफ्तार
असम पुलिस ने पिछले साल बांग्लादेशी आतंकी मॉड्यूल अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) और भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा (एक्यूआईएस) से कथित तौर पर संबंध रखने के आरोप में कई संदिग्ध कैडरों को गिरफ्तार किया था। इन कैडरों को असम के विभिन्न जिलों और सीमावर्ती क्षेत्रों से गिरफ्तार किया गया था।
अधिकारी के अनुसार, हिरासत में लिए गए लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता, गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, पासपोर्ट अधिनियम 1920 और विदेशी अधिनियम 1946 की विभिन्न धाराओं के तहत मामले दर्ज किए गए हैं।
अधिकारी ने कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों में बांग्लादेश स्थित आतंकी संगठनों की संभावित गतिविधियों पर इस महीने के अंत में नई दिल्ली में पुलिस महानिदेशक-पुलिस महानिरीक्षक की वार्षिक बैठक में चर्चा की जाएगी।
जेएमबी की गतिविधियों के बारे में सचेत
इस बीच केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने भी पश्चिम बंगाल में अपने राज्य स्तरीय समकक्षों को जेएमबी की गतिविधियों के बारे में सचेत किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने जेएमबी द्वारा सात जिलों में अपने मौजूदा आतंकी मॉड्यूल को फिर से संगठित करने की भविष्य की योजनाओं और पहलों के बारे में भी सचेत किया है, जिनमें विशेष रूप से वे जिले शामिल हैं जिनकी सीमा पड़ोसी बांग्लादेश से लगती है।
बढ़ रही घुसपैठ
इन सात जिलों में मालदा, मुर्शिदाबाद, उत्तर दिनाजपुर, बीरभूम, नादिया, उत्तर 24 परगना और दक्षिण 24 परगना शामिल हैं। बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि जून-जुलाई में बांग्लादेश में अशांति शुरू होने के बाद सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने सीमा पार अपराध और घुसपैठ को रोकने के लिए पड़ोसी देश के साथ 4,096 किलोमीटर लंबी सीमा पर निगरानी बढ़ा दी है।
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