Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    सीबीआई ने रूसी नागरिक को हिरासत में लिया, JEE Mains परीक्षा में कथित हैकिंग मामले में कर रही है पूछताछ

    By AgencyEdited By: Sonu Gupta
    Updated: Mon, 03 Oct 2022 08:51 PM (IST)

    केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने पिछले साल जेईई (मेन्स) परीक्षा में कथित हेराफेरी की जांच के सिलसिले में एक रूसी नागरिक को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हिरासत में लिया है। अधिकारियों ने बतया कि विदेशी नागरिक के खिलाफ लुट आउट नोटिस जारी किया गया था।

    Hero Image
    सीबीआई ने रूसी नागरिक को हिरासत में लिया। (फाइल फोटो)

    नई दिल्ल, एजेंसी। केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने पिछले साल जेईई (मेन्स) परीक्षा में कथित हेराफेरी की जांच के सिलसिले में एक रूसी नागरिक को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हिरासत में लिया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि सीबीआई ने प्रतिष्ठित परीक्षा जेईई (मेन्स) में कथित तौर पर हेराफेरी करने के लिए मुख्य हैकर होने के आरोप में विदेशी नागरिक के खिलाफ लुट आउट नोटिस जारी किया था। सीबीआई पकड़े गए आरोपी से पूछताछ कर रही है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    संदिग्ध से पूछताछ जारी

    अधिकारी ने बताया कि जब रूसी नागरिक विदेश से दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचा तो केंद्रीय एजेंसियों ने सीबीआई को इसकी जानकारी दी। सीबीआई ने हेराफेरी मामले में विदेशी नागरिक को तुरंत अपने हिरासत में ले लिया। जेईई परीक्षा में कथित तौर पर हेराफेरी मामले में केंद्रीय एजेंसी आरोपी से पूछताछ कर रही है। सूत्रों ने बताया कि संदिग्ध को इस मामले में हिरासत में लिया जा सकता है।

    सीबीआई ने दर्ज किया था मामला

    मालूम हो कि सीबीआई ने पिछले साल सितंबर में एफिनिटी एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड और उसके तीन निर्देशोकों सिद्धार्थ कृष्णा, विश्वंभर मणि त्रिपाठी और गोविंद वार्ष्णेय सहित अन्य दलालों ओर उनके सहियोगियों के खिलाफ परीक्षा में कथित तौर पर हेराफेरी करने के मामले में मामला दर्ज किया था।

    रिमोर्ट कंट्रोल से पेपर हल करने का ओरोप

    केंद्रीय ऐजेंसी ने मामला दर्ज करते हुए आरोप लगया था कि तीनों निर्देशकों ने अन्य दलालों और सहयोगियों के साथ मिलकर जेईई की आनलाइन परीक्षा में कथित तौर पर हेराफेरी कर रहे थे और हरियाणा के सोनीपत में एक परीक्षा केंद्र पर रिमोर्ट कंट्रोल (Remote Access) के माध्यम से परीक्षा के पेपर को हल कर रहे थे। आरोपी अपने पसंद के छात्रों के प्रश्नों के हल कर उन्हें राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (National Institutes of Technology) में प्रवेश करने की सुविधा मुहैया करा रहे थे।

    यह भी पढ़ें- सीबीआई ने इंटरपोल महासभा से पहले ट्विटर और इंस्टाग्राम पर दर्ज की अपनी पहली मौजूदगी

    यह भी पढ़ें- शिक्षक भर्ती घोटाले में CBI ने अदालत में जमा की पहली चार्जशीट, पार्थ चटर्जी समेत 16 के नाम शामिल