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    सहयोग की नई इबारत लिखेंगे ब्रिक्स देश, दक्षिण अफ्रीका पहुंचे पीएम मोदी; BRICS के विस्तार पर होगी चर्चा

    ब्रिक्स के 15वें शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार दोपहर दक्षिण अफ्रीका की राजधानी जोहानिसबर्ग पहुंच गए। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दो महत्वपूर्ण कार्यक्रम 23 और 24 अगस्त को होने हैं। इसमें ये देश सहयोग के बड़े एजेंडे पर विमर्श करेंगे और संगठन की भावी रणनीति तैयार करेंगे। ब्रिक्स का किस तरह से विस्तार किया जाए इसको लेकर भी फैसला होने वाला है।

    By Jagran NewsEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Wed, 23 Aug 2023 12:08 AM (IST)
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    ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने साउथ अफ्रीका पहुंचे पीएम मोदी। (फोटो- एएनआई)

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। Brics Summit News: ब्रिक्स के 15वें शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार दोपहर दक्षिण अफ्रीका की राजधानी जोहानिसबर्ग पहुंच गए। हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री मोदी का जोरदार स्वागत हुआ।

    23 और 24 अगस्त को कार्यक्रम

    ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) शिखर सम्मेलन के दो महत्वपूर्ण कार्यक्रम 23 और 24 अगस्त को होने हैं। इसमें ये देश सहयोग के बड़े एजेंडे पर विमर्श करेंगे और संगठन की भावी रणनीति तैयार करेंगे। ब्रिक्स का किस तरह से विस्तार किया जाए, इसको लेकर भी फैसला होने वाला है।

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    पीएम मोदी कार्यक्रमों में लेंगे हिस्सा

    दक्षिण अफ्रीका रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि वह 'ब्रिक्स अफ्रीका आउटरीच' और 'ब्रिक्स पल्स डायलॉग' में हिस्सा लेंगे। पहली बार ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान इस तरह की बैठक का आयोजन किया जा रहा है।

    सम्मेलन के पहले कार्यक्रम में ब्रिक्स के पांचों सदस्य देशों के मुखियाओं का विशेष तौर पर आमंत्रित अफ्रीकी देशों के प्रमुखों के साथ विमर्श होगा, जबकि दूसरी बैठक में ये नेता एशिया, लातिन अमेरिका, यूरोप और अफ्रीका के कुछ ऐसे देशों के नेताओं से बैठक करेंगे, जो ब्रिक्स का सदस्य बनने की मंशा रखते हैं।

    ब्रिक्स के विस्तार पर होगी चर्चा

    इन दोनों बैठकों को ब्रिक्स के विस्तार की संभावनाओं को तलाशने के तौर पर देखा जा रहा है। भारत ने आधिकारिक तौर पर कहा है कि वह ब्रिक्स के विस्तार के पक्ष में हैं, लेकिन इसमें किन देशों को शामिल किया जाए, इसको लेकर भारत की अपनी कुछ मान्यताएं हैं, जिसे प्रधानमंत्री मोदी मंच पर रखेंगे।

    प्रधानमंत्री मोदी ने एक बयान जारी कर कहा

    ब्रिक्स कई क्षेत्रों में सहयोग के बड़े एजेंडे पर काम कर रहा है। हम मानते हैं कि ब्रिक्स विकासशील देशों से जुड़े मुद्दों पर, विकास की गति पर और बहुदेशीय संस्थानों में बदलाव पर बहस करने का एक प्रमुख मंच बन गया है। यह बैठक हमें अवसर देगा कि भविष्य में सहयोग के क्षेत्रों का चुनाव करें और संस्थागत विकास की समीक्षा करें।

    पीएम मोदी वैश्विक नेताओं से करेंगे मुलाकात

    प्रधानमंत्री ने यह भी जानकारी दी कि वह इस दौरान कुछ वैश्विक नेताओं से अलग से मुलाकात करेंगे। किन देशों के नेताओं से बात होगी, इसकी जानकारी अभी नहीं दी गई है। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा और ब्राजील के राष्ट्रपति लुला डी सिल्वा से मुलाकात लगभग तय मानी जा रही है।

    स्थानीय मुद्राओं में कारोबार पर होगी बात

    सूत्रों ने बताया कि ब्रिक्स नेताओं की बंद कमरे में होने वाली बैठक का एजेंडा भी काफी व्यापक होगा। खास तौर पर खाद्य व ऊर्जा सुरक्षा का मुद्दा और आपसी कारोबार में ज्यादा से ज्यादा स्थानीय मुद्राओं के उपयोग पर बात होगी।

    इस बार कई विकासशील देशों के ब्रिक्स बैठक में पहुंचने की एक वजह यह बताई जा रही है कि वे इस संगठन के जरिये अपनी खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करना चाहते हैं। यूक्रेन युद्ध के बाद जो हालात बने हैं, उससे छोटे विकासशील व गरीब देशों के लिए खाद्यान्न आपूर्ति और पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति एक बड़ी समस्या बन गई है। उन्हें लगता है कि रूस, चीन और भारत के साथ सहयोग से उनकी समस्या का समाधान हो सकता है।

    पुतिन वर्चुअली शामिल होंगे

    वर्ष 2019 के बाद पहली बार ब्रिक्स नेता भौतिक तौर पर मिल रहे हैं। वैसे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इसमें वर्चुअल तौर पर हिस्सा लेंगे। सम्मेलन उनका प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव करेंगे।

    पुतिन वर्चुअली शामिल होंगे

    वर्ष 2019 के बाद पहली बार ब्रिक्स नेता भौतिक तौर पर मिल रहे हैं। वैसे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इसमें वर्चुअल तौर पर हिस्सा लेंगे। सम्मेलन उनका प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव करेंगे। अंतरराष्ट्रीय आपराधिक अदालत (आईसीसी) के वारंट के कारण पुतिन दक्षिण अफ्रीका नहीं पहुंच रहे हैं। इस वारंट की वजह से उन्हें दक्षिण अफ्रीका पहुंचने पर गिरफ्तार किया जा सकता है।

    कई देशों ने सदस्यता के लिए किया आवेदन

    ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में अफ्रीका और पश्चिम एशिया के 20 से अधिक देशों के प्रमुखों को भी आमंत्रित किया गया है। इनमें से कई देशों ने ब्रिक्स की सदस्यता के लिए आवेदन किया है।

    ब्रिक्स सम्मेलन के बाद ग्रीस जाएंगे पीएम

    ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के बाद प्रधानमंत्री मोदी 25 अगस्त को ग्रीस जाएंगे। किसी भारतीय प्रधानमंत्री की 40 वर्ष बाद यह पहली ग्रीस यात्रा होगी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस यात्रा से बहुआयामी रिश्तों का एक नया अध्याय खुलेगा।