विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग से पूछा, बिहार में कहां मिले बांग्लादेश और नेपाल के लोग, कांग्रेस ने उठाए ये सवाल
बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण पर राजनीतिक घमासान जारी है। विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग पर गरीबों और वंचितों को मतदाता सूची से बाहर करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस और राजद ने आयोग को चुनौती दी है कि वे बताएं कि बिहार में बांग्लादेश नेपाल या म्यांमार के लोग कहां मिले हैं। तेजस्वी यादव ने भी सवाल उठाया है।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। बिहार में चुनाव से ठीक पहले मतदाता सूची के सघन विशेष पुनरीक्षण पर जारी घमासान के बीच राज्य के वोटर लिस्ट में कथित तौर पर विदेशी नागरिकों का नाम होने की खबरों को झूठ करार देते हुए विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग पर जमकर हमला बोला है।
देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस से लेकर बिहार में महागठबंधन की अगुवाई कर रही राजद ने आरोप लगाया है कि पुनरीक्षण के बहाने गरीबों, वंचितों तथा पिछड़ों को मतदाता सूची से बाहर करने की साजिश हो रही है। उन्होंने आयोग को चुनौती दी कि वे बताएं कि बिहार में बांग्लादेश, नेपाल तथा म्यांमार के लोग कहां मिले हैं।
कांग्रेस के निशाने पर चुनाव आयोग
कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने विदेशी नागरिकों के बिहार के वोटर लिस्ट में कथित तौर पर होने के आयोग के दावे पर तंज कसते हुए पुनरीक्षण फॉर्म पर जलेबियां परोसे जाने और रद्दी में बिकने की खबरों का हवाला देते हुए पूछा क्या ज्ञानेश कुमार गुप्ता इस पर सार्वजनिक अथवा 'गुप्त' जवाब देंगे?
वहीं विदेशी नागरिकों के वोटर लिस्ट में होने के आयोग के दावे को कुछ बीएलओ की ओर से नकारे जाने का हवाला देते हुए कांग्रेस इंटरनेट मीडिया विभाग की प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि कि बीएलओ बता रहे कि उन्हें अभी तक कोई नहीं मिला न किसी पर शक है। मगर सूत्रलोक से सिर्फ झूठ परोसा जा रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर चुनाव आयोग लोगों की सबसे बड़ी ताकत उनके वोट को क्यों छीन रहा है?
राजद ने भी उठाए सवाल
बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी आयोग को आड़े हाथों लेते हुए एक्स पर पोस्ट में कहा कि बिहार में 20 सालों से और केंद्र में 11 वर्षों से बीजेपी-एनडीए सरकार है। अगर कोई विदेशी नागरिक हमारी सीमा में घुसा है तो उसके दोषी प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं। क्योंकि देश-प्रदेश की सुरक्षा की जिम्मेवारी इन्हीं की है। क्या इन्हीं विदेशियों के बल पर मोदी बिहार की 40 में से 39, 40 में से 33 लोकसभा सीटें जीतते रहे है। क्या इन्हीं विदेशियों के दम पर नीतीश-भाजपा बिहार में 20 वर्षों से कुंडली मारे बैठे है?
राजद प्रवक्ता मनोज झा ने दावा किया कि उत्पात मचाने के लिए चुनाव आयोग सूत्र के जरिए बेबुनियाद बातें फैलाने में जुटा है। बिहार में सीपीआइएमएल समेत वामंपथी दलों ने भी पुनरीक्षण पर गहराते विवाद से ध्यान बंटाने के लिए अनाधिकारिक तौर पर आधारहीन बातें फैलाने का चुआव आयोग पर आरोप लगाया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।