चुनाव आयोग पर राहुल गांधी के आरोपों पर भूपेंद्र यादव का पलटवार, बोले- मनमोहन सिंह के वक्त सोनिया गांधी भी तो...
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने राहुल गांधी के चुनाव आयोग पर लगाए आरोपों का करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि राहुल उस चयन समिति के सदस्य थे जिसने मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति की। भूपेंद्र यादव ने कांग्रेस पर चुनाव आयोग का राजनीतिक इस्तेमाल करने का आरोप लगाया और सोनिया गांधी के कार्यकाल के दौरान चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति प्रक्रिया पर सवाल उठाए।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में गड़बड़ियों सहित मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की ओर लगाए गए आरोपों पर केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने तीखा पलटवार किया है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी क्या ये भूल गए है कि वह जिस मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति पर सवाल खड़े रहे है वे खुद उस चयन समिति के सदस्य हैं। क्या उन्हें नहीं पता है कि कांग्रेस के समय में कैसे मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति होती है। तब तो विपक्ष से कोई परामर्श भी नहीं किया जाता था। जबकि ताजा व्यवस्था में विपक्ष के नेता की विधिवत राय ली जाती है और वह रिकार्ड की जाती है।
सोनिया गांधी पर भूपेंद्र यादव का निशाना
कांग्रेस चुनाव आयोग को लेकर विपक्षी एकता बनाने की कोशिश में जुटी है। भूपेंद्र ने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव आयोग का इस्तेमाल किस तरह से राजनीतिक निर्णयों को प्रभावित करने के लिए किया और बदले में उन अफसरों को सेवानिवृति के बाद पदों से नवाजा, यह किसी से भी छिपा हुआ नहीं है। मनमोहन सिंह काल में सोनिया गांधी नेशनल एडवाइजरी काउंसिल की ओर परोक्ष इशारा करते हुए भूपेंद्र ने कहा कि भी सर्वविदित है कि उस समय मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति को लेकर अंतिम निर्णय कौन करता था भले उसके पास कोई अधिकारिक पद नहीं था।
राहुल गांधी के आरोपों के जवाब में क्या बोले भूपेंद्र यादव?
केंद्रीय मंत्री ने इसके साथ ही महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की मतदाता सूची में गड़बड़ी को लेकर लगाए गए राहुल गांधी के आरोपों पर भी जवाब दिया और कहा कि जब आयोग ने यह साफ कर दिया है कि मतदाता सूची को लेकर कुल 3901 दावे आपत्तियां आयी थी, इनमें से केवल 89 अपील हुई।
सिर्फ एक मामला मुख्य चुनाव अधिकारी तक पहुंचा। इससे साफ होता है कि कोई व्यापक आपत्ति नहीं थी। उन्हें अपने बूथ लेवल कार्यकर्ताओं से पूछना चाहिए था कि उन्होंने यह सूची कैसे स्वीकृत की। जोकि मतदाता सूची को तैयार करने की प्रक्रिया से जुड़े होते है। ज्यादा मतदान के उनके आरोपों को भी आयोग ने खारिज किया है। साथ ही उन्हें इसके तथ्यात्मक आंकड़े भी दिए है।
भूपेंद्र यादव, केंद्रीय मंत्री
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि राहुल गांधी शायद यह नहीं समझते है कि चुनाव पार्टी कार्यालयों में ' स्मेल टेस्ट' करके नहीं बल्कि जमीनी मेहनत से जीते जाते है। इसलिए कि मीडिया का एक हिस्सा या कुछ चमचागिरी करने वाला समूह कहता है कि आप जीतने वाले है, जनता आपको वोट नहीं देती है। जनता तब वोट देती है जब उन्हें आप पर भरोसा हो।
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