रेलवे ट्रैक से चोरी का खेल, महिला जिम ट्रेनर का था खास रोल; कैसे 10 मिनट में घर कर देते थे साफ?
बेंगलुरु पुलिस ने चोरी करने वाले एक गिरोह को गिरफ्तार किया है जिसमें तीन युवक और एक युवती शामिल हैं। गिरोह ने डोडाबल्लापुरा में एक बंद घर से 8 लाख रुपये के गहने और कीमती सामान चुराए थे। आरोपियों में से एक जिम ट्रेनर है। वे रेलवे ट्रैक के पास के मकानों को निशाना बनाते थे और चोरी के बाद ट्रेन से भाग जाते थे।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बेंगलुरु पुलिस ने चोरी करने वाले एक गैंग को कुछ ही घंटों में पकड़ लिया। इस गिरोह में तीन युवक और एक युवती शामिल थे। पुलिस ने बताया कि इन्होंने डोड्डाबल्लापुरा में एक बंद मकान से करीब 8 लाथ रुपये के गहने और कीमती सामान चोरी किया था। गिरफ्तार आरोपियों में एक युवती जो जिम ट्रेनर है, वो भी शामिल है।
गैंग के तीनों युवक रात में रेलवे ट्रैक के पास वाले इलाकों में खाली मकान को निशाना बनाते थे। वे ट्रेन से किसी स्टेशन पर उतरते थे और फिर मोबाइल बंद कर देते थे और एक किलोमीटर तक पैदल चलते थे। वे वहीं पर अपनी चप्पल छोड़कर बंद घरों की तलाश करते थे।
कैसे करते थे चोरी?
10 मिनट में ताला तोड़कर गहने और सामान चुराकर वापस ट्रैक पर लौट जाते और दूसरी ट्रेन पकड़कर भाग जाते थे। इस दौरान उनकी साथी सौभाग्य उर्फ लता चोरी का माल बेचने, किराए के मकान दिलाने और जमानत के लिए वकील का इंतजाम करने में मदद करती थी।
16 सितंबर की रात आरोपियों ने एक नवविवाहित जोड़े के घर से सोने-चांदी के जेवर और एयरपोड्स चुरा लिए थे। अगली रात पुलिस इंस्पेक्टर सादिक पाशा की टीम ने उन्हें कुडलु इलाके में किराए के फ्लैट से धर दबोचा। पुलिस ने चोरी किया पूरा माल बरामद कर लिया।
गैंग के सरगना पुरुषोत्तम पहले भी हत्या और चोरी के मामलों में आरोपी रह चुका है। साथी आरोपी दर्शन बीबीए ड्रॉपआउट है और 10 मामलों में आरोपी है। तीसरा साथी चंद्रु गैराज में काम करता है और स्कूल से ही पढ़ाई छोड़ चुका है।
जिम ट्रेनर के झूठे आरोप
गिरफ्तारी के बाद सौभाग्या को एक शेल्टर होम भेजा गया, लेकिन वह वहां से भाग निकली। बाद में उसने पुलिस अधिकारियों पर झूठा यौन उत्पीड़न और जेवर जब्त करने का भी आरोप लगाया। जांच में उसके आरोप गलत साबित हुए।
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