'हथौड़े से सिर फोड़ा और...', 23 दिन से लापता इंजीनियर के मर्डर केस में सनसनीखेज खुलासा
Bengaluru Murder Case: बेंगलुरु से लापता हुए 34 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर श्रीनाथ का शव आंध्र प्रदेश के चित्तूर में बरामद हुआ है। प्रभाकर ने अपने सहयोगी जगदीश के साथ मिलकर श्रीनाथ की हत्या कर दी थी। श्रीनाथ ने प्रभाकर को व्यापार में निवेश के लिए कुछ पैसे दिए थे, लेकिन पैसे वापस न मिलने और 5 लाख रुपये के विवाद के चलते प्रभाकर ने उसकी हत्या कर शव दफना दिया था।

आरोपी प्रभाकर और जगदीश के साथ मृतक श्रीनाथ (बायें से दायें)। फाइल फोटो
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 27 अक्टूबर को एक 34 वर्षीय इंजीनियर अट्टीबेले से अचानक लापता हो गया था। वहीं, अब आंध्र प्रदेश के चित्तूर में उसका शव मिलने से सनसनी फैल गई है। चित्तूर स्थित कुप्पम के घर में उसका शव दफनाया गया था। पुलिस ने 16 नवंबर को घर के बाहरी हिस्से से शव बरामद कर लिया है।
मृतक इंजीनियर का नाम श्रीनाथ के है, आंध्र प्रदेश का निवासी था और पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर था। हालांकि, श्रीनाथ को उसके कजन प्रभाकर ने ही मौत के घाट उतार दिया।
39 वर्षीय प्रभाकर ने अपने सहयोगी जगदीश (35) के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया और श्रीनाथ का शव दफना दिया। जगदीश भी आंध्र प्रदेश का रहने वाला है और वो एक जाना-माना हिस्ट्री शीटर है।
क्या है पूरा मामला?
श्रीनाथ अपनी पत्नी और बच्चे के साथ बेंगलुरु के एक गांव में रहता था। 1 नवंबर को श्रीनाथ की पत्नी नेहा ने पुलिस में पति कि गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। नेहा का कहना था कि उसके पति के गायब होने के पीछे प्रभाकर का हाथ हो सकता है। श्रीनाथ प्रभाकर से मिलने कुप्पम गया था और फिर वापस नहीं लौटा।
नेहा ने पुलिस को बताया कि प्रभाकर का अपना बिजनेस है और उसने श्रीनाथ को बिजनेस में 40 लाख रुपये निवेश करने का सुझाव दिया था। प्रभाकर ने दावा किया था कि वो पैसों को डबल कर देगा। प्रभाकर के कहने पर श्रीनाथ ने पैसे उधार लेकर कुप्पम चला गया।
प्रभाकर ने बोला सफेद झूठ
नेहा की शिकायत पर जब पुलिस ने प्रभाकर से पूछताछ शुरू की, तो प्रभाकर ने बताया कि वो श्रीनाथ से नहीं मिला और उसे पता भी नहीं है कि श्रीनाथ कुप्पम आया था। प्रभाकर का दावा था कि 27 अक्टूबर को वो बेंगलुरु में था। उसने पुलिस को कुछ सबूत भी दिखाए, जिसके बाद पुलिस ने प्रभाकर को छोड़ दिया।
पुलिस की जांच में खुला राज
नेहा ने पुलिस के सामने दावा किया कि श्रीनाथ ने प्रभाकर को 40 लाख रुपये दिए हैं। नेहा के दावों के आधार पर जब पुलिस ने जांच शुरू की, तो प्रभाकर की साजिश सामने आ गई। प्रभाकर ने श्रीनाथ के मर्डर की बात कबूल करते हुए बताया कि हम श्रीनाथ से एक सरकारी कॉलोनी के घर में मिले थे। मैंने जगदीश की मदद से पहले हथौड़े से उसका सिर कुचला और फिर उसे दफना दिया।
क्यों किया मर्डर?
प्रभाकर ने पुलिस को बताया कि श्रीनाथ ने उसे सिर्फ 10 लाख रुपये दिए थे, जिसमें से 5 लाख श्रीनाथ को लौटा दिए थे। मगर, श्रीनाथ अन्य 5 लाख रुपयों की मांग कर रहा था। जब वो नहीं माना, तो मैंने उसे मार डाला।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।