Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बेंगलुरु जेल से वीडियो वायरल होने के बाद गिरी गाज, दो अधिकारी बर्खास्त; फोन पर बात करते दिखा था आतंकी

    Updated: Tue, 11 Nov 2025 06:00 AM (IST)

    बेंगलुरु की परप्पना अग्रहारा सेंट्रल जेल में कैदियों को वीवीआईपी सुविधाएँ मिलने के वीडियो के बाद दो अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया है। गृह मंत्री ने खामियाँ स्वीकारीं और उच्चाधिकार प्राप्त समिति गठित की गई है। वीडियो में कैदी मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते दिखे, जिनमें आइएस आतंकी भी शामिल है। भाजपा ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए इस्तीफे की मांग की और एनआइए जांच की मांग की।

    Hero Image

    वीआईपी सुविधाओं का वीडियो वायरल (फोटो सोर्स- सोशल मीडिया)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बेंगलुरु की परप्पना अग्रहारा सेंट्रल जेल में कैदियों को 'वीवीआइपी सुविधाएं' दिए जाने संबंधी वीडियो प्रसारित होने के बाद जेल अधीक्षक मागेरी और एएसपी अशोक भजंत्री को बर्खास्त कर दिया गया है।

    कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने सोमवार को कहा कि हालांकि आनलाइन प्रसारित वीडियो और तस्वीरें पुरानी हैं, लेकिन इससे जेल प्रबंधन में खामियों की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि जेल के मुख्य अधीक्षक के. सुरेश का तबादला कर दिया गया है। पहली बार आइपीएस अधिकारी जेल का कार्यभार संभालेंगे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था वीडियो

    परमेश्वर ने कहा कि जेल संचालन की समीक्षा करने के लिए उच्चाधिकार प्राप्त समिति गठित की गई है। यह समिति जेलों में हो रहे सभी मामलों की समीक्षा करेगी और व्यापक रिपोर्ट देगी। गौरतलब है कि इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित वीडियो में अग्रहारा जेल में कैदियों को ''वीवीआइपी ट्रीटमेंट'' का आनंद लेते और जेल के अंदर मोबाइल फोन, टीवी आदि का उपयोग करता देखा गया।

    अग्रहारा जेल को बेंगलुरु सेंट्रल जेल के रूप में भी जाना जाता है। जेल में मोबाइल फोन का उपयोग करते हुए देखे गए अन्य कैदियों में वीडियो में आइएस आतंकी जुहाद हमीद शकील मन्ना, सीरियल किलर उमेश रेड्डी और सोने की तस्करी के मामले में आरोपित तरुण राज शामिल है।

    भाजपा ने मांगा मुख्यमंत्री सिद्दरमैया से इस्तीफा

    भाजपा ने कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर राज्य की जेलों में आइएस आतंकी और अन्य कैदियों को वीवीआइपी सुविधाएं मुहैया कराने का आरोप लगाया और मुख्यमंत्री सिद्दरमैया और गृह मंत्री जी परमेश्वर के इस्तीफे की मांग की। भाजपा ने विधान सौध तक मार्च निकाला।

    इस घटना की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) से जांच कराने की मांग भी की। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने दावा किया कि कैदियों को दी जा रही वीवीआइपी सुविधाएं जेल अधिकारियों व अपराधियों के बीच साठगांठ दर्शाता है।

    विजयेंद्र ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जेल के अंदर आतंकियों को समर्थन देने का आरोप लगाया। इस बीच भाजपा मुख्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने वीडियो फुटेज दिखाया जिसमें आतंकी मन्ना जेल में मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हुए दिख रहा है।

    भाजपा का आरोप

    उन्होंने कहा, कर्नाटक की जेल में आतंकियों को बिरयानी, मोबाइल फोन और वीवीआइपी सेवा मुहैया कराई जा रही है। मामले की स्वतंत्र जांच के लिए मुख्यमंत्री सिद्दरमैया और राज्य के गृह मंत्री परमेश्वर तुरंत इस्तीफा दें।

    उन्होंने राहुल पर भी निशाना साधते हुए कहा, आप बिहार में जंगल राज वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि कर्नाटक में पहले ही 'जंगल राज' है। भाजपा प्रवक्ता ने राहुल से पूछा, ''क्या आप कर्नाटक के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री परमेश्वर से इस्तीफा मांगेंगे?

    दिल्ली में ब्लास्ट के बाद देशभर में हाई अलर्ट, महाराष्ट्र से लेकर केरल तक हो रही चेकिंग; संदिग्धों पर नजर