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    बिहार के बाद पश्चिम बंगाल में भी SIR की तैयारी, चुनाव आयोग कब शुरू करेगा प्रक्रिया; आ गई तारीख

    Updated: Fri, 19 Sep 2025 05:20 PM (IST)

    बंगाल में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण की तैयारी अंतिम चरण में है जो दुर्गापूजा के बाद शुरू होने की उम्मीद है। राज्य चुनाव आयोग कार्यालय तैयारियों को अंतिम रूप दे रहा है। बिहार के बाद भारतीय चुनाव आयोग पूरे देश में एसआईआर शुरू करने की तैयारी में है जिसमें बंगाल प्रमुख है क्योंकि राज्य में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।

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    पश्चिम बंगाल में अगले महीने से शुरू हो सकता है SIR

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बंगाल में मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की तैयारी अंतिम चरण में पहुंच चुका है। दुर्गापूजा समाप्त होते हुए छह अक्टूबर के बाद एसआईआर शुरू होने की बात कही जा रही है। राज्य मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) कार्यलाय की ओर से एसआईआर की तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

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    यह बिहार के बाद भारतीय चुनाव आयोग ने पूरे देश में एसआईआर शुरू करने की बात कही है। उसी कड़ी में बंगाल प्रमुख है, क्योंकि कुछ माह बाद आगामी वर्ष राज्य में विधानसभा चुनाव होना है। इसकी भी तैयारी साथ-साथ चल रही है।

    चुनाव आयोग ने क्या-क्या तैयारियां कर लीं?

    सीईओ कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि तैयारी के तहत, 2002 के एसआईआर के डेटा को जनवरी 2025 की बंगाल की वोटर लिस्ट से मैच करने का काम कल तक पूरा कर लिया जाएगा।

    इस बीच, सीईओ कार्यालय ने 2026 के बंगाल विधानसभा चुनाव की तैयारी भी शुरू कर दी है। गुरुवार को, कार्यालय ने इलेक्शन मैनपावर मैनेजमेंट सिस्टम (ईएमएमएस) 2.0 पोर्टल लांच किया, जिसका इस्तेमाल चुनाव कर्मचारियों की भर्ती और प्रबंधन को आसान बनाने के लिए किया जाएगा।

    शुक्रवार से ईएमएमएस 2.0 पोर्टल का इस्तेमाल राज्य के चुनाव कर्मचारियों का डेटाबेस तैयार करने के लिए शुरू हो गया। लगभग 14,000 बूथ बढ़ने की उम्मीद है, इसलिए अधिकारियों को बूथ लेवल आफिसर (बीएलओ) की कमी की आशंका है। इस समस्या से निपटने के लिए, कई चुनाव कर्मचारियों को पहले ही बीएलओ के रूप में नियुक्त किया जा चुका है।

    मुख्य चुनाव अधिकारी ने कर्मचारियों को दिए निर्देश

    सीईओ कार्यालय ने सभी संबंधित सरकारी कार्यालयों को अपने कर्मचारियों की जानकारी ईएमएमएस 2.0 पोर्टल पर अपलोड करने का निर्देश दिया है। ऐसा न करने पर लोगों का प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी और हर कार्यालय का सबसे बड़ा अधिकारी जिम्मेदार होगा।

    ईएमएमएस 2.0 पोर्टल जिला प्रशासन के लिए चुनाव कर्मचारियों के प्रबंधन के लिए एक डिजिटल प्लेटफार्म के रूप में काम करेगा, जिसमें कर्मचारियों की भर्ती, स्थानांतरण, संपादन और सत्यापन शामिल है। इससे अधिकारी चुनाव से संबंधित कर्मचारियों का अपडेटेड रिकार्ड रख सकेंगे, साथ ही नए कर्मचारियों को जोड़ सकेंगे या सेवानिवृत्त या किसी खास कारण से स्थानांतरित कर्मचारियों को हटा सकेंगे।

    यह जानकारी जिला और ब्लाक दोनों स्तर पर रखी जाएगी। एसआइआर अभियान से पहले, चुनाव आयोग का लक्ष्य चुनाव कर्मचारियों का एक व्यापक डेटाबेस बनाना और राज्य में उपलब्ध कर्मचारियों की सटीक संख्या का पता लगाना है। ईएमएमएस 2.0 पोर्टल नेशनल इनफॉर्मेटिक्स सेंटर (एनआईसी) और पश्चिम बंगाल के मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय की एक संयुक्त पहल है।

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