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    SIR के खिलाफ टीएमसी दिल्ली में करेगी हल्ला बोल, अभिषेक बनर्जी ने बनाई टीम

    Updated: Mon, 24 Nov 2025 07:17 PM (IST)

    तृणमूल कांग्रेस बंगाल में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के खिलाफ दिल्ली में मुखर होने की तैयारी में है। अभिषेक बनर्जी ने दस सांसदों की टीम बनाकर उन्हें चुनाव आयोग से मिलने और एसआईआर की समस्याओं से अवगत कराने का निर्देश दिया है। अभिषेक ने एसआईआर को बिना योजना के समाज के लिए नुकसानदायक बताया और जिम्मेदार लोगों पर सवाल उठाए। उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर काम की प्रगति की जानकारी ली और समय सीमा निर्धारित की।

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    टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी। (फाइल फोटो)

    राज्य ब्यूरो, कोलकाता। सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस बंगाल में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण(एसआईआर) के खिलाफ अब दिल्ली में मुखर होने की तैयारी में है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे व तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने सोमवार को पार्टी नेताओं के साथ वर्चुअल बैठक कर अपनी तैयारी शुरू कर दी।

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    उन्होंने पार्टी के दस सांसदों की एक टीम बना कर उन्हें खास जिम्मेदारियां दी है। उन्हें दिल्ली में चुनाव आयोग के दफ्तर में जाकर मुख्य चुनाव आयुक्त से मिलने का निर्देश दिया है। अभिषेक ने कहा है कि वे आयोग से मिले और बिना योजना के हो रहे एसआइआर को लेकर सारी समस्याओं से अवगत कराएं।

    10 सदस्यीय टीम बनाई गई

    सूत्रों के मुताबिक इस 10 सदस्यीय टीम में लोकसभा में तृणमूल के नेता सुदीप बंदोपाध्याय, वरिष्ठ सांसद सौगत राय, कल्याण बनर्जी, डेरेक ओ'ब्रायन, शताब्दी राय, डोला सेन, महुआ मोइत्रा, प्रकाश चिक बड़ाइक, सजदा अहमद, ममताबाला ठाकुर और साकेत गोखले शामिल हैं। अभिषेक ने यह भी कहा कि सुदीप बंदोपाध्याय बीमार हैं, इसलिए अगर हो सका तो वे दिल्ली जाएंगे, नहीं तो यह जिम्मेदारी नौ सांसदों पर ही रहेगी।

    अभिषेक बनर्जी ने क्या बताया?

    अभिषेक ने साफ-साफ बताया है कि तृणमूल दिल्ली में एसआईआर के खिलाफ किस तरह मुखर होगी। उनके मुताबिक चुनाव आयोग के पास गलतियों की सूची नहीं होगी और लोगों को परेशान किया जाएगा। बिना प्लान के एसआईआर समाज के लिए नुकसानदायक है। जो लोग मारे गए हैं, उन्होंने आयोग को दोषी ठहराया है, तो फिर आयुक्त के खिलाफ एफआइआर क्यों नहीं होगी? यह सवाल तृणमूल के महासचिव ने उठाया है। दो महीने में एसआईआर के जल्दबाजी में हुए काम से जो दिक्कतें आई हैं, उन्हें आयोग के आफिस में अच्छे से पेश किया जाना चाहिए।

    सोमवार को अभिषेक बनर्जी ने एसआईआर के कार्यों से जुड़े पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ भी वर्चुअल मीटिंग की। वहां उन्होंने काम की प्रोग्रेस के बारे में पूछा। तृणमूल महासचिव ने जिम्मेदार लोगों को सख्त संदेश दिया कि जहां कम काम हुआ है, वहां काम पूरा करने की समय सीमा तय की। यह काम आसानी से हो, इसके लिए अभिषेक ने राज्य के मंत्रियों और विधायकों को अलग-अलग जोन में बांटकर उन्हें अतिरिक्त जिम्मेदारियां दी हैं।

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