नेपाल के अधिकारियों की दी गई एंटी मनी लॉन्ड्रिंग ट्रेनिंग
नेपाल के अधिकारियों की दूसरी बैच ने सोमवार को एंटी मनी लॉन्ड्रिंग ट्रेनिंग( Anti Money Laundering) ग्रहण की। यह ट्रेनिंग बेगलुरु में शुरू की गई है।
बेंगलुरु, एएनआइ। नेपाल के अधिकारियों की दूसरी बैच ने सोमवार को एंटी मनी लॉन्ड्रिंग ट्रेनिंग( Anti Money Laundering) ग्रहण की। यह ट्रेनिंग बेगलुरु में शुरू की गई है। इस ट्रेनिंग के बाद नेपाली अधिकारियों को ऐसे मामलों से निपटने की क्षमता मिलेगी। यह नेपाल सरकार के विशेष आग्रह पर भारत में डिजाइन किया गया है। नेपाली अधिकारी को दी जारी रही इस ट्रेनिंग का उद्देश्य मनी लॉन्ड्रिंग(Money Laundering) से संबंधित मामलों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए अपनी क्षमताओं को बढ़ाना है।
काठमांडू में भारतीय दूतावास(Embassy of India) द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि यह कुल 60 अधिकारियों के लिए नेपाल के अनुरोध पर बनाया गया एक विशेष पाठ्यक्रम है। 20 नेपाली अधिकारियों के पहले समूह ने 24 अगस्त को अपने 6 दिवसीय प्रशिक्षण प्राप्त किया था। 21 अधिकारियों का तीसरे बैच को दिसंबर 2019 में यह प्रशिक्षण दिया जाएगा।
बयान में कहा गया कि यह भारत सरकार की नेपाल सरकार की विभिन्न एजेंसियों की क्षमताओं को बढ़ाने की प्रतिबद्धता का एक उदाहरण है। यह पाठ्यक्रम भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के भारतीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग (ITEC) कार्यक्रम के तहत पूरी तरह से समर्थित है।
एनएसीआईएन(NACIN) वित्तीय जांच और अत्याधुनिक सीखने की सुविधाओं के साथ मनी-लॉन्ड्रिंग(Money Laundering) मामलों के क्षेत्र में भारत सरकार का एक प्रमुख प्रशिक्षण संस्थान है। आपको बता दें कि देशभर से धन शोधन के मामले आते रहते हैं। ऐसे मामलों में बड़े से बड़ा अधिकारी फंसा हुआ है। इसमें कांग्रेस नेता डीके शिव कुमार का नाम भी शामिल है। इसके साथ ही पीएनएबी बैंक घोटाला इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।
यह भी पढ़ें: नेवी कमांडरों की कांफ्रेंस को संबोधित करेंगे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
यह भी पढ़ें: तमिलनाडु-केरल में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात, स्कूल-कॉलेज बंद; यहां रेड अलर्ट जारी
यह भी पढ़ें: मुंह की खाने के बाद, एलओसी पर तोपें तैनात कर रहा पाकिस्तान, बढ़ाई जवानों की संख्या