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    चिकन नेक कॉरिडोर कौन-कौन से 7 राज्यों से जुड़ा, आखिर क्यों है चीन-बांग्लादेश की तिरछी नजर?

    Updated: Thu, 10 Apr 2025 06:30 PM (IST)

    बांग्लादेश के अंतरिम मुखिया मोहम्मद यूनुस ने चीन दौरे के दौरान भारत के समीप लालमोनिरहाट में एयरबेस बनाने का ऑफर देकर भारत की चिंता बढ़ा दी है। यह इलाका भारत के चिकन नेक कॉरिडोर के बेहद पास है जो पूर्वोत्तर राज्यों को मुख्य भूमि से जोड़ता है। यूनुस ने भारत को लैंडलॉक्ड बताया और बांग्लादेश को समुद्र का गार्जियन करार दिया जिससे कूटनीतिक तनाव और बढ़ गया है।

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    भारत के चिकन नेक के पास चीन को एयरबेस का बनाने के लिए बांग्लादेश ने दिया न्योता। (जागरण)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस ने हाल ही में चीन का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने चीन से बांग्लादेश में अपना आर्थिक प्रभाव बढ़ाने की बात कही और भारतीय सरहद से करीब लालमोनिरहाट जिले में एयरबेस बनाने का प्रस्ताव दिया। यह इलाका भारत के सिलीगुड़ी कॉरिडोर (चिकन नेक) के बेहद करीब है, जिससे भारत की सुरक्षा चिंताएं बढ़ गई हैं।

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    यूनुस के इस बयान ने भारत की टेंशन बढ़ा दी है। लालमोनिरहाट की स्थिति रणनीतिक दृष्टि से बेहद संवेदनशील है, क्योंकि यहीं से भारत का 'चिकन नेक कॉरिडोर' होकर गुजरता है जो देश के मुख्य हिस्से को पूर्वोत्तर राज्यों से जोड़ता है।

    भारत के लिए अहम है चिकन नेक

    सिलीगुड़ी कॉरिडोर, जिसे 'चिकन नेक' कहा जाता है और यह भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाला एकमात्र रास्ता है। यह इलाका सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।

    चिकन नेक क्षेत्र में भारतीय सेना, वायुसेना और सीमा सुरक्षा बल की मजबूत मौजूदगी है। इस इलाके में भारत की मिसाइलें, एडवांस रडार और अन्य सुरक्षा प्रणाली तैनात हैं जो भारत की पूर्वी सीमा को सुरक्षित रखने का कार्य करती हैं। इसके अलावा असम राइफल्स और बंगाल पुलिस में सीमाओं को सरंक्षण करती है।

    चिकन नेक के दक्षिण में बांग्लादेश और उत्तर में नेपाल, भूटान और चीन पड़ते हैं। यह कॉरिडोर 60 किमी लंबा और सिर्फ 21 किमी चौड़ा है। भारत की सुरक्षा में इस कॉरिडोर का सामरिक महत्व है। चिकन नेक कॉरिडोर ही पूर्वोतर राज्यों को देश के अन्य हिस्से से जोड़ता है। अधिक संकरा होने के कारण चीन, बांग्लादेश और पाकिस्तान की नजर हमेशा इस पर रही है। चिकन नेक को सिलीगुड़ी कॉरिडोर के नाम से भी जाना जाता है।

    यूनुस का विवादित बयान

    अपनी चीन यात्रा के दौरान मोहम्मद यूनुस ने एक और बयान दिया, जो भारत में विवाद का कारण बना। उन्होंने कहा कि भारत के सातों पूर्वोत्तर राज्य 'लैंडलॉक्ड' हैं यानी समुद्र से कटे हुए हैं और उनका दुनिया से संपर्क बांग्लादेश के रास्ते ही संभव है। उन्होंने बांग्लादेश को इस क्षेत्र में 'समुद्र का अकेला संरक्षक' बताया।

    रणनीतिक स्तर पर भारत के लिए चेतावनी

    भारत के लिए यह घटनाक्रम केवल बयानबाजी नहीं, बल्कि रणनीतिक अलार्म है। अगर चीन को बांग्लादेश में एयरबेस मिलती है, खासकर चिकन नेक के पास, तो यह भारत की सुरक्षा नीति के लिए गंभीर चुनौती बन सकती है। चिकन नेक के आसपास अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, असम और उत्तर बंगाल जैसे संवेदनशील राज्य हैं, जहां चीन पहले से ही अपनी नजरें गड़ाए हुए है। ऐसे में बांग्लादेश का यह रुख भारत के लिए एक नई चुनौती खड़ी कर सकता है।

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