तानों सें तंग आकर किया पहले मौसी के बेटे का अपहरण, फिर हत्या कर ट्रेन के टॉयलेट में फेंकी 3 साल के मासूम की लाश
पुलिस ने सूरत में एक तीन वर्षीय बच्चे की हत्या के आरोप में विकास कुमार शाह को गिरफ्तार किया। आरोपी ने बच्चे का अपहरण कर हत्या की क्योंकि उसकी मौसी उसे बेरोजगारी के ताने देती थी। सीसीटीवी फुटेज में शाह बच्चे के साथ मुंबई जाने वाली ट्रेन में दिखा। बच्चे का शव ट्रेन के शौचालय में मिला। पुलिस ने शाह को बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स से गिरफ्तार किया।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पुलिस ने एक शख्स के तीन साल के बेटे की हत्या के आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि आरोपी विकास कुमार शाह ने सूरत में रहने वाली अपनी आंटी के बेटे की हत्या महज इस बात पर कर दी कि मौसी उसे बेरोजगार होने कारण परेशान करती थी।
पुलिस ने बताया कि मुंबई से एक व्यक्ति को सूरत में रहने वाली अपनी मौसी के तीन साल के बेटे की कथित तौर पर हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि बेटे का शव तीन दिन पहले महाराष्ट्र की राजधानी में एक एक्सप्रेस ट्रेन के शौचालय सफाई कर्मचारियों को शव मिला।
मौसी के बेटे की हत्या की
सूरत पुलिस द्वारा जारी एक प्रेस रिलीज में कहा गया है कि आरोपी विकास कुमार शाह ने स्वीकार किया कि उसने अपनी मौसी के बेटे का अपहरण किया और उसकी हत्या कर दी, क्योंकि मौसी उसे लगातार काम ढूंढने के लिए परेशान करती रहती थी क्योंकि वह बेरोजगार था।
सीसीटीवी के आधार पर आरोपी की पहचान
21 अगस्त को सूरत के गणेशपुरा इलाके में रहने वाली महिला ने अमरोली थाने में शिकायत दर्ज कराई कि उसकी बड़ी बहन के बेटे विकास शाह ने उसके तीन साल के बेटे का अपहरण कर लिया है। सूरत पुलिस की प्रेस रिलीज में कहा गया है कि जांच के दौरान, पुलिस को सीसीटीवी फुटेज मिली, जिसमें बिहार निवासी शाह को लड़के के साथ मुंबई जाने वाली ट्रेन में चढ़ते देखा गया था।
ट्रेन के टॉयलेट में मिला मासूम का शव
23 अगस्त को, नाबालिग का शव एलटीटी पर एक ट्रेन के शौचालय में मिला, जबकि शाह अभी भी लापता था। उसके मोबाइल फोन लोकेशन के आधार पर, वह मुंबई के बांद्रा, कुर्ला और दादर इलाकों में पाया गया। पुलिस ने कई टीमें बनाईं और मोपेड किराए पर लेकर आरोपी की तलाश शुरू की। सोमवार शाम को उसे आखिरकार मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स से गिरफ्तार कर लिया गया।
बिहार का रहने वाला है आरोपी
पुलिस के अनुसार, शाह बिहार के सीवान जिले का निवासी है और अप्रैल 2025 में अपने भारत लौटने से पहले सऊदी अरब, कतर और कुवैत में मजदूरी करता था। बेरोजगार होने के कारण, वह लगभग 15 दिन पहले काम की तलाश में अपनी मां के साथ सूरत आया और अमरोली में अपनी मौसी के घर रहने लगा।
मौसी देती थी बेरोजगारी को लेकर ताने
यहां वह कोई काम नहीं कर रहा था, इसलिए उसकी मौसी उसे कोई नौकरी ढूंढ़ने के लिए परेशान करने लगीं और उसे कहीं और शिफ्ट होने के लिए कहा। सूरत पुलिस के अनुसार, लगातार इस ताने से तंग आकर शाह ने मौसी बेटे का अपहरण कर लिया और धारदार हथियार से उसकी हत्या कर दी और फिर उसके शव को एक्सप्रेस ट्रेन में फेंक दिया।
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