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    20, 30 या 40? किस उम्र में नौकरी खोने का ज्यादा खतरा? Startup Founder ने बता दी अंदर की बात

    बॉम्बे शेविंग कंपनी के सीईओ शांतनु देशपांडे ने कहा कि बड़े पैमाने पर छंटनी के दौरान 40 वर्ष की आयु के कर्मचारी अधिक प्रभावित होते हैं। वहीं उन्होंने इसकी वजह भी बताई। उन्होंने हाल ही में इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में कहा कि जब बड़े पैमाने पर छंटनी होने वाली होती है तो 40 की उम्र वाले लोग सबसे ज्यादा असुरक्षित होते हैं क्योंकि उन्हें सबसे ज्यादा वेतन मिलता है।

    By Digital Desk Edited By: Piyush Kumar Updated: Mon, 14 Apr 2025 09:34 PM (IST)
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    छंटनी के दौरान 40 वर्ष की आयु के कर्मचारी अधिक प्रभावित होते हैं: शांतनु देशपांडे

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बेरोजगारी और नौकरी से छंटनी को लेकर बॉम्बे शेविंग कंपनी के सीईओ शांतनु देशपांडे ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर छंटनी के दौरान 40 वर्ष की आयु के कर्मचारी अधिक प्रभावित होते हैं। वहीं, उन्होंने इसकी वजह भी बताई।

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    उन्होंने कहा कि अक्सर 40 वर्ष की आयु वाले कर्मचारियों की सैलरी,  अन्य कम आयु वर्ग के कर्मचारियों काफी ज्यादा होती है। देशपांडे के मुताबिक, कॉर्पोरेट जगत में यह एक बढ़ती हुई चिंता है।

    पूरी दुनिया में बढ़ रहा बेरोजगारी का ये ट्रेंड: शांतनु देशपांडे

    उन्होंने हाल ही में इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में कहा, "जब बड़े पैमाने पर छंटनी होने वाली होती है, तो 40 की उम्र वाले लोग सबसे ज्यादा असुरक्षित होते हैं, क्योंकि उन्हें सबसे ज्यादा वेतन मिलता है।"

    उन्होंने आगे कहा कि यह ट्रेंड केवल भारत या फिर किसी एक देश में नहीं है, बल्कि यह ट्रेंड पूरी दुनिया में बढ़ रहा है। इसकी वजह आर्थिक अस्थिरता और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस्तेमाल में वृद्धि होना है।

    बॉम्बे शेविंग कंपनी के सीईओ ने आगे कहा, "कंपनियां अब लागत कम करने और ऑपरेशन को व्यवस्थित करने पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रही हैं, जिसके कारण कई दौर की छंटनी हुई है।"

    40 की उम्र में नौकरी खोना कर्मचारियों के लिए बड़ी चुनौती

    उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया कि 40 वर्ष के आयु के दौरान नौकरी खोना भावनात्मक और वित्तीय झटका हो सकता है।

    देशपांडे ने आगे कहा, "40 की उम्र पार कर चुके लोगों को अक्सर एक साथ कई जिम्मेदारियां संभालनी पड़ती हैं। उनके बच्चे कॉलेज में हो सकते हैं, जिसके लिए उन्हें काफी वित्तीय सहायता की जरूरत होती है और उनके माता-पिता 70 या 80 की उम्र पार कर चुके होते हैं, जिन्हें चिकित्सा देखभाल और देखभाल की जरूरत होती है।"

    शांतनु देशपांडे ने कर्मचारियों को क्या दी सलाह?

    उन्होंने आगे कहा कि यह वह समय है जब लोग उच्च प्रबंधन तक पहुंचने और अपने सुनहरे वेतन के वर्षों में प्रवेश करने की उम्मीद करते हैं। इसलिए, 40 की उम्र में नौकरी खोना आर्थिक और भावनात्मक दोनों रूप से बहुत बड़ी अस्थिरता पैदा कर सकता है।

    उन्होंने सुझाव दिया की कर्मचारियों को, "AI पर कौशल बढ़ाना, ज्यादा पैसे बचत करना, उद्यमी मानसिकता का निर्माण करने की जरूरत है ताकि उनकी नौकरी खतरे में न पड़ें।"

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