Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Assam-Meghalaya Border Dispute: सीमा मुद्दे पर चर्चा के लिए 26 अगस्त को क्षेत्रिय समितियों की होगी बैठक

    अंतरराज्यीय सीमा मुद्दे पर चर्चा के लिए असम और मेघालय समितियां 26 अगस्त को बैठक करेंगी। मेघालय के समाज कल्याण मंत्री पॉल लिंग्दोह 21 अगस्त (सोमवार) को कहा कि विवादित लैंगपिह की अपनी संयुक्त यात्रा से पहले यह बैठक होगी। पॉल लिंग्दोह मेघालय की तीन क्षेत्रीय समितियों में से एक के प्रमुख हैं। वह मेघालय और असम दोनों लैंगपिह क्षेत्र पर अपना दावा करते हैं।

    By AgencyEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Mon, 21 Aug 2023 05:07 PM (IST)
    Hero Image
    पॉल लिंग्दोह मेघालय की तीन क्षेत्रीय समितियों में से एक के प्रमुख हैं।

    शिलांग, पीटीआई। अंतरराज्यीय सीमा मुद्दे पर चर्चा के लिए असम और मेघालय समितियां 26 अगस्त को बैठक करेंगी। मेघालय के समाज कल्याण मंत्री पॉल लिंग्दोह 21 अगस्त (सोमवार) को कहा कि विवादित लैंगपिह की अपनी संयुक्त यात्रा से पहले यह बैठक होगी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    लिंग्दोह ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया,

    दोनों समितियां इस 26 अगस्त को यहां बैठक करेंगी क्योंकि हम ग्राउंड जीरो पर जाने और क्षेत्र के लोगों से मिलने की तैयारी कर रहे हैं।

    क्या हुआ था पिछली बैठक में ?

    आपको बता दें कि गुवाहाटी में पिछली बैठक में, दोनों राज्यों की क्षेत्रीय समितियां संयुक्त रूप से अंतरराज्यीय सीमा को अंतिम रूप देने से पहले हितधारकों, स्थानीय प्रतिनिधियों और निवासियों से मिलने के लिए मेघालय के पश्चिम खासी हिल्स जिले में लैंगपिह का दौरा करने पर सहमत हुई थीं।

    पॉल लिंग्दोह मेघालय की तीन क्षेत्रीय समितियों में से एक के प्रमुख हैं। वह मेघालय और असम दोनों लैंगपिह क्षेत्र पर अपना दावा करते हैं। बता दें कि 2010 में क्षेत्र में अंतरराज्यीय विवाद इतना बढ़ गया था कि इसके कारण चार लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

    क्या कहना है असम की क्षेत्रीय समिति इस प्रस्ताव पर ?

    लिंग्दोह के अनुसार, असम की क्षेत्रीय समिति ने भी इस प्रस्ताव के प्रति अपनी "दृढ़ता" व्यक्त की थी कि जिन गांवों को समस्या मुक्त के रूप में पहचाना जाता है और जहां के निवासी मेघालय में रहने के इच्छुक हैं, उन्हें इसके साथ रहने की अनुमति दी जाएगी।

    आपको मालूम हो कि दोनों पड़ोसी राज्यों ने राज्यों के बीच मतभेद वाले छह क्षेत्रों में अंतरराज्यीय विवादों को औपचारिक रूप से हल करने के लिए पिछले साल मार्च में दिल्ली में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे। मतभेद वाले छह क्षेत्रों में पश्चिम खासी हिल्स जिले में लांगपिह और पश्चिम जैंतिया हिल्स के ब्लॉक II में मुकरोह शामिल हैं, जहां पिछले साल हिंसा में छह लोगों की मौत हो गई थी।