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    असम के कार्बी आंगलोंग में अचानक क्या हुआ... क्यों भड़की हिंसा? पढ़ें इनसाइड स्टोरी

    Updated: Wed, 24 Dec 2025 08:36 AM (IST)

    असम के कार्बी आंगलोंग में ग्राम चराई आरक्षित और व्यावसायिक चराई आरक्षित क्षेत्र के लोगों के बीच हिंसा भड़क उठी, जिसके चलते इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दि ...और पढ़ें

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    कार्बी आंगलोंग हिंसा में अब तक दो लोगों की मौत (फोटो-पीटीआई)

    स्मार्ट व्यू- पूरी खबर, कम शब्दों में

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। असम के कार्बी आंगलोंग में हिंसा भड़क उठी है। राज्य में इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया है। इस घटना में अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग घायल हैं।

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    असम में क्यों भड़की हिंसा?

    असम में ग्राम चराई आरक्षित क्षेत्र (वीजीआर) और व्यावसायिक चराई आरक्षित क्षेत्र (पीजीआर) के लोग बाहर से आए लोगों को इलाके से बाहर निकालना चाहते हैं। इन लोगों को वे कथित तौर पर अतिक्रमणकारी कह रहे हैं। इन्हीं दोनों गुटों के बीच ये लड़ाई चल रही है। यह क्षेत्र संविधान की छठी अनुसूची के तहत आदिवासी भूमि अधिकारों की रक्षा के लिए संरक्षित किया गया है।

    इस मामले में कार्बी आंगलोंग के खेरोनी और डोंगकामकम इलाकों में इन दो समूहों के बीच झड़प हो गई, जिसके चलते पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस का इस्तेमाल भी किया गया।

    कार्बी आंगलोंग में भड़की हिंसा में अब तक दो लोगों की मौत हो गई है और 45 लोग घायल हैं, जिनमें 38 पुलिस सुरक्षा बल हैं, जिन्हें चोटें आई हैं।

    अधिकारियों ने भारतीय न्याय सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 163 लागू कर दी है। जिसके तहत पांच या उससे ज्यादा लोगों के जमावड़े, रैलियों, मशाल जुलूसों, लाउडस्पीकरों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है और शाम 5 बजे से सुबह 6 बजे के बीच आवागमन को भी पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।

    कैसे भड़की हिंसा?

    भूख हड़ताल पर पर बैठे नौ लोगों को पुलिस ने चिकित्सा उपचार के लिए बुलाया। इस घटना के बाद ही विरोध प्रदर्शन और तेज हो गए। इससे उन लोगों को हिरासत में लिए जाने की अफवाहें फैल गईं और जनता का गुस्सा भड़क उठा तथा बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ।

    सोमवार, 22 दिसंबर को प्रदर्शनकारियों ने कार्बी आंगलोंग स्वायत्त परिषद (केएएसी) के प्रमुख तुलिराम रोंगहांग के पैतृक आवास में आग लगा दी. इस विरोध प्रदर्शन में कई दुकानों, मोटरसाइकिलों और सार्वजनिक संपत्तियों की तोड़फोड़ भी की गई।

    लोगों से शांति बनाए रखने की अपील

    इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस अखिलेश कुमार सिंह ने कहा कि लोगों से शांति बनाए रखने को लेकर बातचीत चल रही है। साथ ही लोगों से कानून का सहारा लेकर अपनी शिकायतें दर्ज कराने का के लिए कहा गया है और लोगों को कानून अपने हाथ में न लेने के लिए कहा गया है।

    असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा भी कार्बी आंगलोंग की स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। मुख्यमंत्री ने क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की घोषणा की है और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।

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