Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    असम सरकार बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र का करेगी विस्तार, पांच विधानसभा क्षेत्रों के 60 गांव होंगे शामिल

    By AgencyEdited By: Sonu Gupta
    Updated: Sat, 28 Jan 2023 07:19 AM (IST)

    असम सरकार सोनितपुर जिले के पांच विधानसभा क्षेत्रों के 60 और गांवों को शामिल करके बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (BTR) क्षेत्र का विस्तार करेगी। सोनितपुर जिले के अंतर्गत आने वाले 43 राजस्व गांवों और 17 एफआरसी गांवों सहित कुल 60 गांवों को बीटीआर में शामिल किया जाएगा। फाइल फोटो।

    Hero Image
    असम सरकार बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र का करेगी विस्तार।

    गुवाहाटी, एएनआई। असम सरकार सोनितपुर जिले के पांच विधानसभा क्षेत्रों के 60 और गांवों को शामिल करके बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (BTR) क्षेत्र का विस्तार करेगी। 74वें गणतंत्र दिवस समारोह के राज्य स्तरीय कार्यक्रम असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार को कहा कि बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र में ढेकियाजुली, सूटिया, बिश्वनाथ, बेहाली और गोहपुर नामक विधानसभा क्षेत्रों के बोडो बहुल गांवों को शामिल किया जाएगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मुख्यमंत्री के इस पहल का बोडो समुदाय ने किया स्वागत

    सरमा ने कहा कि यह बोडोलैंड क्षेत्र में स्थायी शांति के लिए जनवरी 2020 में हस्ताक्षर किए गए त्रिपक्षीय बोडो समझौते को लागू करने की अपनी प्रतिबद्धता के हिस्से के रूप में है। मुख्यमंत्री के इस ऐलान का बोडो समुदाय ने स्वागत किया था, हालांकि इससे उन लोगों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई जो अन्य समुदाय के थे क्योंकि उन्हें नहीं मालूम था कि किन गांवों को बीटीआर में शामिल किया जाएगा।

    60 गांव बीटीआर में होंगे शामिल

    मालूम हो कि सोनितपुर जिले के अंतर्गत आने वाले 43 राजस्व गांवों (Revenue Villages) और 17 एफआरसी गांवों (FRC Villages) सहित कुल 60 गांवों को बीटीआर में शामिल किया जाएगा। मुख्यमंत्री सरमा ने यह भी घोषणा की कि बोडो लोगों के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले साल 2001 के शहीदों को 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी।

    बीटीआर में चार जिला शामिल

    Bodoland Territorial Region के मुख्य कार्यकारी सदस्य प्रमोद बोरो ने असम के मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि इससे बीटीआर में एक स्थायी शांतिपूर्ण वातावरण बनाने में मदद करेगा। बीटीआर में वर्तमान में कोकराझार, बक्सा, चिरांग और उदलगुरी सहित कुल चार जिले शामिल हैं।

    यह भी पढ़ें-

    संयुक्त राष्ट्र का सुझावः अभी सरकारी खर्च घटाने से विकास धीमा होगा, महिलाएं-बच्चे ज्यादा प्रभावित होंगे

    Fact Check : पहलवान के साथ कुश्ती करता लड़का बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री नहीं, बल्कि एक पाकिस्तानी पहलवान है