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    Exclusive Interview: घमंडिया गठबंधन भ्रष्ट ही नहीं, सनातन धर्म व हिंदुओं के भी खिलाफ - अनुराग ठाकुर

    By Jagran NewsEdited By: Anurag Gupta
    Updated: Sun, 03 Sep 2023 10:52 PM (IST)

    केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने 2024 के चुनाव को लेकर एकजुट हो रहे विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आइएनडीआइए गठबंधन अंहकारी और घमंडी है। उन्होंने कहा कि घमंडिया गठबंधन के अधिकतर नेताओं को देखेंगे तो वह बेल पर हैं या जेल से बाहर आ गए हैं। भ्रष्टाचारी अपने आप को बचाने के लिए ही गठबंधन कर रहे हैं।

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    केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर (फाइल फोटो)

    नई दिल्ली, अरविंद पांडेय। मोदी सरकार के प्रमुख चेहरे और केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने 2024 के चुनाव को लेकर एकजुट हो रहे विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। कहा- आइएनडीआइए गठबंधन अंहकारी और घमंडी है। यह भ्रष्ट तो है ही, साथ ही सनातन धर्म और हिंदुओं के खिलाफ भी है। यह बांटो और राज करो के एजेंडे पर चल रहा है।

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    उन्होंने कहा कि बंगाल में रामनवमी के जुलूस पर बम और बंदूकें चलवा रहा है। उत्तर प्रदेश और बिहार में सपा व राजद के नेता रामायण और मां सीता पर अपशब्द बोलते हैं। इस गठबंधन के दक्षिण भारत के एक नेता सनातन धर्म व हिंदुओं को डेंगू-मलेरिया की तरह मारकर फेंकना चाहते हैं।

    उन्होंने कहा कि मेरा सवाल राहुल गांधी सहित विपक्ष के दूसरे नेताओं से है कि क्या जो लोग सनातन धर्म और हिंदुओं को अपमानित कर रहे हैं, वह उनसे सहमत हैं? वैसे तो देश की जनता इन्हें समय आने पर मुंहतोड़ जवाब देगी जैसा कि उसने 2014 में दिया था।

    दैनिक जागरण के विशेष संवाददाता अरविंद पांडेय ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से विपक्षी गठबंधन, वन नेशन-वन इलेक्शन आदि मुद्दों पर विस्तृत बातचीत की है।

    पेश हैं मुख्य अंश:-

    विपक्षी एकजुटता को देखते हुए क्या 2024 की लड़ाई भाजपा के लिए मुश्किल होगी?

    रेत के ढेर पर जितने भी महल बनाओगे, वह स्थाई नहीं होंगे। उनका गिरना स्वाभाविक है। यह गठबंधन ऐसे ही गिरेगा। पीएम नरेन्द्र मोदी की अगुआई में देश ने अब स्थिरता देखी है। देश समृद्ध, संपन्न और सशक्त होने की दिशा में बढ़ा है। गरीबों का कल्याण हुआ है। साढ़े 18 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं। यह तब हुआ है जब देश की जनता ने पूर्ण बहुमत की एक स्थिर सरकार दी। इस सरकार ने चार करोड़ पक्के मकान, 12 करोड़ शौचालय बनाकर दिए हैं। चार करोड़ लखपति दीदी बनाई हैं। दस करोड़ रसोई गैस कनेक्शन उज्ज्वला योजना के तहत दिए। 13 करोड़ घरों को नल से जल की सुविधा दी। 80 करोड़ लोगों को अनाज ढाई साल तक मुफ्त में दिया है। 220 करोड़ को मुफ्त में कोरोना वैक्सीन दी।

    विपक्ष का आरोप है कि भाजपा जिन्हें पहले भ्रष्टाचार पर घेरती थी, अब वह उसके साथ आ गए हैं तो चुप है?

    घमंडिया गठबंधन के अधिकतर नेताओं को देखेंगे तो वह बेल पर हैं या जेल से बाहर आ गए हैं। भ्रष्टाचारी अपने आप को बचाने के लिए ही गठबंधन कर रहे हैं। इनमें से कोई भी पीएम मोदी की ईमानदारी, मेहनत और देश को आगे बढ़ाने के मामले में खड़ा नहीं हो सकता। इन साढ़े नौ वर्षों में केंद्र सरकार पर एक रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप नहीं है। एनडीए सरकार की पहचान सुशासन-विकास है। दुनिया में देश की साख बढ़ी है और आज वह एक उम्मीद से भारत और उसके नेतृत्व को देखती है।

    चंद्रयान-3 जैसी वैज्ञानिक उपलब्धियों पर विवाद क्यों? कांग्रेस श्रेय लेने में जुटी है?

    चंद्रयान-1 मिशन अटल सरकार ने शुरू किया था। जब चंद्रयान वहां पहुंचा तो संप्रग सरकार आ गई थी और वह जहां उतरा था उन्होंने उसे जवाहर प्वाइंट नाम दे दिया। यह परिवार से आगे कभी नहीं गए। वहीं, चंद्रयान-2 संप्रग के समय में तो शुरू हुआ, लेकिन इन्होंने कभी भी पूरा पैसा नहीं दिया। मोदी सरकार ने बाद में उन्हें पूरा बजट दिया। कांग्रेस के समय इसका बजट 5,400 करोड़ रहता था, आज यह 12,544 करोड़ का है। हमने तीन हजार करोड़ की कमाई स्पेस सेक्टर में की है, जिसका नब्बे प्रतिशत मोदी सरकार के साढ़े नौ सालों में आया है। काश, कांग्रेस ने पहले ऐसी पहल की होती तो भारत आज स्पेस सेक्टर में बहुत आगे होता।

    सरकार ने विशेष सत्र बुलाया है, क्या जरूरत पड़ गई?

    सत्र बुलाना सरकार का अधिकार है। हम चर्चा में विश्वास रखते हैं और विपक्ष इससे भागता है। मणिपुर पर संसद में हुई चर्चा में कांग्रेस के चेहरे बेनकाब हुए हैं। अपने समय में ये नार्थ-ईस्ट को जलता हुआ छोड़ देते थे। ये महिलाओं के अपमान की बात करते हैं, लेकिन ये राजस्थान नहीं देखते हैं। जहां हर दिन कम से कम 17 महिलाओं के साथ दुष्कर्म, अत्याचार और हत्या की वारदातें होती हैं। क्या राहुल गांधी को यह दिखता है? कल ही मणिपुर की तरह राजस्थान में महिला को नग्न कर घुमाए जाने की शर्मनाक घटना हुई। क्या राहुल वहां जाएंगे? अपने मुख्यमंत्री से सवाल पूछेंगे?

    राहुल गांधी सरकार को अदाणी मुद्दे पर घेरते रहते हैं। कहते हैं कि सरकार कुछ लोगों के लिए ही काम कर रही है?

    इतनी साफ सुथरी सरकार है। इन्हें जब कुछ नहीं मिला तो इस तरह के मनगढंत आरोप लगा रहे हैं। राहुल को पता होना चाहिए कि अदाणी को पोर्ट और तेल बनाने की जिम्मेदारी कांग्रेस ने दी। सोलर पावर प्लाट, कोल देने वाली भी कांग्रेस है। कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ और राजस्थान में अदाणी को कई प्रोजेक्ट दिए। यह तो उल्टा चोर कोतवाल को डांटने वाली बात है।

    एक देश-एक चुनाव पर हलचल बढ़ी है। सरकार ने कमेटी बना दी है। विपक्ष इसका विरोध कर रहा है?

    एक देश-एक कर लाया गया तो देश का लाभ हुआ। इसी तरह से एक देश-एक चुनाव से देश को फायदा होगा। करदाताओं के पैसे को क्या बार-बार चुनावों में खर्च किया जाए? अगर एक समय चुनाव हो जाएगा तो पांच साल शांति होगी। देश का विकास होगा। कमेटी बनाई गई है। यदि वह असहमत भी हैं तो कारण बताएं। देशहित में उठाए कदम का कांग्रेस विरोध क्यों कर रही है।

    विपक्ष कहता है कि मोदी राज में देश का मुस्लिम समाज डरा हुआ है। उस पर हमले हो रहे हैं?

    बिल्कुल हमले हो रहे हैं, क्योंकि उन्हें सिलेंडर मिल रहे हैं, उन्हें शौचालय, नल से जल, मुफ्त में इलाज और राशन मिल रहा है। यह हमले कांग्रेस नहीं कर पाई। हम इसे सेवा कहते हैं, जबकि कांग्रेस इसे हमला बताती है। हम सेवा को आगे भी जारी रखेंगे।

    राहुल चीन मुद्दे पर लगातार सरकार पर सही तथ्यों को छुपाने का आरोप लगाते रहते हैं?

    नेहरु-गांधी परिवार के लोग तो विदेशों में छुट्टियां मनाते थे। इन्हें तो मोदी का धन्यवाद देना चाहिए, क्योंकि नेहरू ने 370, 35ए के जो जख्म दिए थे और जिसके चलते कश्मीर में 40 हजार लोगों की हत्याएं हुई हैं, उसे उन्होंने हटा दिया। अब वहां शांति लौटी है। यही वजह है कि राहुल गांधी पिछले साल छुट्टियां मनाने कश्मीर गए थे और इस बार लद्दाख में बाइक से घूम रहे थे। यह अपने दस साल की सरकार में कभी वहां बाइक नहीं चला पाए थे।

    कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी बाइक से लद्दाख जाते हुए

    मतदाताओं को लुभाने के लिए मुफ्त वादों की बाढ़ आ गई है। सभी दल इसमें जुटे हैं। आप कैसे देखते हैं?

    सच जनता के सामने बहुत जल्द आ जाता है। हिमाचल प्रदेश का उदाहरण है। कांग्रेस ने वहां मुफ्त में बिजली देने की बात कही थी, लेकिन दी नहीं। इसके उलट बिल ज्यादा आ गया। वादा किया था कि 1500 रुपये बहनों को देंगे, मगर वे 10 माह से इंतजार ही कर रही हैं। बदले में दो बार पेट्रोल व डीजल के दाम बढ़ा दिए। भाजपा शासित राज्यों में हमने दाम कम किए हैं।