समय बताने के अलावा Watch और Clock में है काफी अंतर, जानिए दोनों में क्या है Difference
Difference between Watch And Clock क्लॅाक और वॅाच के बीच काफी अंतर है। लेकिन क्या आपको इन दोनों के बीच अंतर का पता है। यदि नहीं तो हम इस लेख के माध्यम से आपको इन दोनों के बीच अंतर को बताएंगे।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। जो लोग वक्त की कीमत को नहीं समझ पाते हैं, वो समय गुजर जाने के बाद बहुत पछताते हैं। समय दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण चीज है। आधुनिक दौर में इंसान के लिए हर मिनट कीमती है। आज के दौर में व्यक्ति समय के हिसाब से अपने कामों को बांटकर उन्हें करता है। सुबह उठने के बाद से लेकर सोने तक इंसान समय के हिसाब अपनी दिनचर्या बनाता है। समय देखने के लिए इंसान या तो वॅाच या क्लॅाक का इस्तेमाल करता है।
हालांकि, क्लॅाक (Clock) और वॅाच (Watch) के बीच काफी अंतर है। लेकिन, क्या आपको इन दोनों के बीच अंतर का पता है। यदि नहीं, तो हम आपको इन दोनों के बीच अंतर को बताएंगे।
आज के समय कई प्रकार के घड़ियां है मौजूद
क्लॉक शब्द की उत्पत्ति लैटिन शब्द 'क्लोका' से बना है, जिसका अर्थ घंटी था। क्लॉक अलग-अलग तरह के डिजाइन और आकार में आती है। यह घरेलू यहा फिर ऑफिस उपयोग के लिए होती है। आपको यह भी बता दें कि हमारे घरों में लटकी हुई घड़ियां यांत्रिक पानी घड़ी, सौरघड़ी और अन्य घड़ियों को मॉडीफाई कर बनाई गई है। पहले के समय में इस तरह की घड़ियों का इस्तेमाल होता था।
यह नायाब चीज की उत्पत्ति 15 वीं शताब्दी में हुई थी। उस समय 15-16वीं शताब्दी में यह तेजी से बढ़ी थी। वहीं, 1656 के बाद क्रिस्टियान ह्यूजेंस के पेंडुलम घड़ी के आविष्कार ने घड़ी में सटीकता लाकर इसे आगे बढ़ाने का काम किया। समय बताने में इसकी सटीकता होने की वजह से क्लॉक तेजी से बढ़ती चली गई।
जानें क्या होती है वॉच
वॉच को कलाई पर बांधा जाता है या फिर जेब में रखा जा सकता है। कुछ वॉच चेन से भी बंधी हुई आती हैं। वॅाच शब्द की बात करें तो यह पुराने अंग्रेजी के शब्द woecce से लिया गया है। इसका मतलब चौकीदार होता है। वहीं, यह भी कहा जाता है कि यह शब्द नाविकों द्वारा 17वीं शताब्दी में बनाया गया था, जिसे वह ड्यूटी शिफ्ट का उपयोग करके करते थे। बता दें कि आज के समय लोग डिजीटल स्मार्टवॅाच को काफी पसंद कर रहे हैं। यह वॅाच आपके मोबाइल से कनेक्ट हो जाती है। वहीं, इससे पहले कैलकुलेटर और लाइट वॉच का खूब चलन रहा था।
वॉच का इतिहास
वॉच का इतिहास 17वीं शताब्दी का है। इस सदी में वॉच का निर्माण शुरू हुआ था। इस मैकेनिकल उपकरण को एक घुमावदार स्प्रिंग व एक ऑस्किलेटिंग व्हील के साथ बनाया गया था। यह संतुलन चक्र के साथ समय को बनाए रखती थी। पहले वॉच को जेबों में रखा जाता था। हालांकि, समय के साथ इसमें बदलाव हुआ और यह जेबों से निकलकर हाथों की कलाई तक पहुंच गई।
वॅाच और क्लॅाक के बीच अंतर--
वॉच- समय बताने वाली वॉच कलाई के चारों ओर पहने जाने वाले पट्टे या बैंड से जुड़ी होती है।
क्लॉक- यह भी समय मापने के लिए होती है, लेकिन इसे बाहर लेकर नहीं जाया जा सकता है। यह लटकाने के लिए होती है।
वॉच- 15वीं शताब्दी में उत्पत्ति हुई।
क्लॉक -13वीं शताब्दी में उत्पत्ति हुई।
वॉच- यूरोप में पहली बार बनाई गई।
क्लॉक- द हेग में पहली बार बनी।
वॉच- पीटर हेनलिन ने किया था आविष्कार।
क्लॉक- क्रिस्टियान ह्यूजेंस ने किया था आविष्कार।
वॉच- यह कई प्रकार की होती है, जैसे कलाई वॉच, रिंग वॉच, पेंडेंट वॉच और पॉकेट वॉच।
क्लॉक- यह भी कई प्रकार की होती हैं, जैसे एनालॉग, डिजिटल, वर्ड्स,
प्रोजेक्शन, टैकटाइल, मल्टी-डिस्प्ले और ऑडिबल क्लॉक।
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