Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अमित शाह ने की जम्मू-कश्मीर पर उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता, पुलिस, सेना और CAPF के बेहतर समन्वय का भी लिया जायजा

    By Agency Edited By: Babli Kumari
    Updated: Tue, 02 Jan 2024 06:44 PM (IST)

    केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर पर एक उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में गृह मंत्री को सुरक्षा ग्रिड के कामकाज और सुरक्षा से जुड़े विभिन्न पहलुओं की समीक्षा की। ऐसा माना जा रहा है कि गृह मंत्री केंद्र शासित प्रदेश में हाल के हमलों के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा की समीक्षा कर रहे हैं।

    Hero Image
    केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (फाइल फोटो)

    एएनआई, नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर पर एक उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में गृह मंत्री को सुरक्षा ग्रिड के कामकाज और सुरक्षा से जुड़े विभिन्न पहलुओं की समीक्षा की। ऐसा माना जा रहा है कि गृह मंत्री केंद्र शासित प्रदेश में हाल के हमलों के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा की समीक्षा कर रहे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बैठक में शाह ने जम्मू-कश्मीर में तैनात पुलिस, सेना और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) के बीच पूर्ण क्षेत्र प्रभुत्व और बेहतर समन्वय पर भी ध्यान केंद्रित किया। गृह मंत्री ने केंद्र शासित प्रदेश में स्थानीय खुफिया जानकारी को बढ़ावा देने और मजबूत करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

    बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी हुए शामिल 

    बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्य सचिव अटल डुल्लू, राष्ट्रीय जांच एजेंसी के डीजी दिनकर गुप्ता, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशकों सहित गृह मंत्रालय और जम्मू-कश्मीर के अन्य संबंधित अधिकारी शामिल हुए। बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक तपन डेका और सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे भी मौजूद थे।

    पिछले साल हुए कई आतंकवादी हमले 

    पिछले साल 21 दिसंबर को दोपहर करीब 3.45 बजे राजौरी के पुंछ क्षेत्र में डेरा की गली से गुजर रहे सेना के दो वाहनों पर आतंकवादियों द्वारा की गई गोलीबारी के बाद शुरू हुई मुठभेड़ में चार सैनिकों के मारे जाने और तीन के घायल होने के कुछ दिनों बाद यह बैठक आयोजित की गई।

    वहीं, पिछले साल नवंबर में, सेना और उसके विशेष बलों द्वारा राजौरी के कालाकोट में आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू करने के बाद कार्रवाई में दो कैप्टन सहित पांच सैनिक भी मारे गए थे।

    आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति

    गृह मंत्री ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए पिछले जनवरी में इसी तरह की एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की थी और कहा था कि सभी सुरक्षा एजेंसियां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता की नीति के तहत आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ रही हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि आतंकवादियों के समर्थन और सूचना तंत्र को पूरी तरह से खत्म करने के लिए 360 डिग्री सुरक्षा तंत्र को और मजबूत किया जाएगा।

    यह भी पढ़ें-Woman Employee: सरकार ने महिला कर्मचारियों की पेंशन को लेकर लिया बड़ा फैसला, वैवाहिक कलह के मामलों में ले सकती हैं यह निर्णय

    यह भी पढ़ें- Assam News: असम सरकार करेगी 'गुणोत्सव 2024' का आयोजन, राज्यव्यापी अभियान में छात्रों और स्कूलों का होगा मूल्यांकन