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    ईसाई मिशनरियों के बहकावे में आकर मतांतरण करने वालों का सामाजिक विरोध शुरू, नहीं मिलेगी दफनाने के लिए जमीन

    Updated: Mon, 04 Aug 2025 10:36 PM (IST)

    आलीराजपुर जिले में मतांतरण का सामाजिक विरोध शुरू हो गया है। जनजातीय संगठनों ने एलान किया है कि मतांतरित आदिवासियों की मृत्यु होने पर उन्हें गांव के श्मशान स्थल पर नहीं दफनाया जाएगा। ऐसा वड़ी और डूंगरगांव में हो चुका है जहां स्वजनों को निजी भूमि पर अंत्येष्टि करनी पड़ी। आदिवासी समाज का कहना है कि ईसाई मिशनरी भोले-भाले आदिवासियों को लालच देकर मतांतरित कर रहे हैं।

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    एमपी में मतांतरण करने वालों का विरोध।

    जेएनएन, आलीराजपुर। मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल आलीराजपुर जिले में ईसाई मिशनरियों के बहकावे में आकर मतांतरण करने वालों का पुरजोर सामाजिक विरोध शुरू हो गया है। जनजातीय संगठनों से जुड़े जागरूक लोगों ने मतांतरित आदिवासियों और उनके परिवार के लोगों की मृत्यु होने पर उनकी गांव के श्मशान स्थल पर अंत्येष्टि नहीं करने देने का सामूहिक रूप से एलान किया है।

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    पिछले दिनों वड़ी और डूंगरगांव में ऐसी स्थिति सामने आने पर समाज के लोगों के सामूहिक विरोध पर मतांतरित आदिवासियों की अंत्येष्टि उनके स्वजन को गांव के श्मशान स्थल के बजाय निजी भूमि पर करनी पड़ी। विवाद की स्थिति में पुलिस भी पहुंची लेकिन समाज के सामूहिक विरोध पर लौट गई।

    आदिवासी समाज का क्या कहना है?

    आदिवासी समाज के जागरूक लोगों का कहना है कि ईसाई मिशनरी से जुड़े कुछ लोग भोले भाले आदिवासियों को लालच देकर, इलाज के नाम पर अथवा अंधविश्वास के जाल में फंसाकर मतांतरित करने की साजिश में जुटे हुए हैं।

    जनजाति विकास मंच के जिलाध्यक्ष राजेश डुडवे ने कहा कि अब तक जागरूक करके समाज के लोगों को बहुत समझाते रहे हैं फिर भी मतांतरण के मामले सामने आने पर मतांतरित लोगों और उनके परिवार का सामाजिक बहिष्कार का निर्णय लिया है। इसी कड़ी में सभी जनजातीय संगठनों ने तय किया है कि मतांतरित व्यक्ति और उसके परिवार के किसी सदस्य की मृत्यु होने पर गांव के श्मशान स्थल पर उसकी अंत्येष्टि नहीं कर दी जाएगी।

    डुडवे ने कहा कि इसके लिए प्रत्येक गांव में बाबादेव संघर्ष समिति बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि बाबादेव आदिवासी समाज के जंगल देवता हैं। हम लोगों को जागरूक कर रहे हैं कि हम सब सनातनी हैं और हमारी पूजा और संस्कार पद्धति सनातन है।

    दो मामलों में दर्ज हो चुकी है एफआईआर

    हिंदू युवा जनजाति संगठन के जिलाध्यक्ष रोशन पचाया कहते हैं कि कई बार हमने अलग-अलग गांवों में ईसाई मिशनरी द्वारा अवैध मतांतरण व चंगाई सभा होते देखी। ऐसे प्रयासों को सख्ती से रोकने के लिए आदिवासी समाज को जागरूक करेंगे। हिंदू युवा जनजाति संगठन के प्रदेशाध्यक्ष दिलीप सिंह चौहान ने कहा कि चंगाई सभाओं में आए दिन मतांतरण के प्रयास होते रहते हैं। पिछले कुछ दिनों में ऐसे दो मामलों में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है।

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