कोरोना वायरस को लेकर देश में बढ़ी सतर्कता, छह राज्यों में मिले कई संदिग्ध मरीज
चीन के वुहान शहर में कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण भारत के छात्रों को वापस बुला लिया गया है। जिन शोधों में जेएनयू के शोधार्थी चीन जाते थे अब वह नहीं जा सकेंगे।jk
जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। कोरोना वायरस को लेकर तमाम सतर्कता व तैयारियों के बावजूद दहशत का माहौल है। लगातार संदिग्ध मरीज बढ़ रहे हैं। सोमवार को भी दिल्ली, बिहार, बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़ व हरियाणा में संदिग्ध मरीज मिले हैं।
दिल्ली में कोरोना वायरस का एक संदिग्ध मरीज अस्पताल में भर्ती
दिल्ली के डॉ. राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल में कोरोना वायरस के एक नए संदिग्ध को भर्ती किया गया है। 27 वर्षीय यह युवक 30 जनवरी को चीन से लौटा है। जिसका सैंपल जांच के लिए भेजा गया है। इस समय अस्पताल में छह संदिग्ध मरीज भर्ती हैं। उत्तराखंड के रुद्रपुर में माता-पिता के साथ चीन से लौटी मासूम की तबीयत बिगड़ने के बाद स्वास्थ विभाग चौकन्ना हो गया है। उसके जरूरी सैंपल पुणे स्थित प्रयोगशाला को भेज दिए गए हैं।
बिहार में दो संदिग्ध मरीजों की पहचान
बिहार के पश्चिमी चंपारण और भागलपुर में कोरोना वायरस के एक-एक संदिग्ध की पहचान की गई है।
हरियाणा में चीन से लौटे 29 लोगों को ऑब्जर्वेशन में रखा गया
हरियाणा में चीन से लौटे 29 लोगों को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। इनमें से गुरुग्राम और करनाल में एक-एक व्यक्ति को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। चीन से लौटे हरियाणा के एक मेडिकल छात्र को हिसार के सिविल अस्पताल में दाखिल कराया गया है। उसे आइसोलेशन वार्ड में डॉक्टरों की टीम की निगरानी में रखा गया है। डॉक्टरों ने उसके परिजनों की भी जांच की है।
कोलकाता में दो संदिग्ध मरीज अस्पताल में भर्ती
कोलकाता में दो संदिग्ध मामले प्रकाश में आए हैं। गत 23 जनवरी को ये दोनों लोग छह अन्य नागरिकों के साथ चीन से कोलकाता लौटे थे। इसमें तीन चीन के नागरिक थे जबकि तीन अन्य बंगाल से थे। संदिग्ध हालत में चार मरीजों को बेलियाघाटा आइडी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस बीच, कोलकाता एयरपोर्ट पर कोरोना के संदिग्धों की पहचान के लिए राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से दो थर्मल स्कैनर लगाए गए हैं।
छत्तीसगढ़ में चीन से लौटते ही 29 वर्षीय छात्र की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती
छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर से एमबीबीएस की परीक्षा देने चीन गए 29 वर्षीय छात्र की यहां लौटते ही तबीयत बिगड़ गई। कोरोना वायरस की आशंका को देखते हुए उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 25 दिन पहले ही वह छत्तीसगढ़ लौटा है। ओडिशा में भी कोरोना का दूसरा संदिग्ध मरीज सामने आया है।
ओडिशा में एक संदिग्ध मरीज अस्पताल में भर्ती
कटक के श्रीरामचंद्रभंज (एससीबी) मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में और एक संदिग्ध कोरोना के मरीज को भर्ती किया गया है। यह छात्रा हुवाह यूनिवर्सिटी में केमिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएट की पढ़ाई कर रही थी।
कोरोना की दहशत का असर चीन से आने वाले पर्यटकों पर भी पड़ रहा
कोरोना की दहशत का असर चीन से आने वाले पर्यटकों पर भी पड़ रहा है। राजस्थान के उदयपुर में वुहान से भारत घूमने आए दो चीनी पर्यटकों को महाराणा भूपाल (एमबी) अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था, लेकिन वे निकलकर जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल पहुंच गए।
चीन नहीं जा पाएंगे जेएनयू के शोधार्थी
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की तरफ से चीन के शिक्षण संस्थानों के साथ एमओयू (साझेदारी) हो रखी है। इस साझेदारी के तहत कई शोधों में जेएनयू व चीन के शिक्षण संस्थानों के शोधार्थी साथ में काम कर रहे हैं, लेकिन चीन के वुहान शहर में कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण वहां से भारत के छात्रों को वापस बुला लिया गया है। जिन शोधों में जेएनयू के शोधार्थी चीन जाते थे, अब वह नहीं जा सकेंगे।
शोध का संचालन इमेल से
जेएनयू में बायोलॉजिकल साइंसेज, लाइफ साइंसेज और मोलिक्यूलर मेडिसिन जैसे क्षेत्रों में काफी शोध कार्य हो रहे हैं। अब ये विद्यार्थी सिर्फ इमेल के जरिए ही अपनी शोध का संचालन कर रहे हैं। जेएनयू प्रशासन के रेक्टर-1 चिंतामणि महापात्रा ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण कुछ समय के लिए शोधार्थी चीन नहीं जा पाएंगे। हालांकि जेएनयू के शोधार्थी इमेल के जरिए अपने शोध कार्यों को जारी रखेंगे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।