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    'पायलट की गलती से नहीं हुआ अहमदाबाद विमान हादसा', अमेरिकी अटॉर्नी का दावा

    Updated: Fri, 12 Sep 2025 08:47 PM (IST)

    अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुए एअर इंडिया के विमान हादसे की जांच में नया मोड़ आया है। अमेरिकी वकील माइक एंड्रयूज ने दावा किया है कि विमान में वाटर लीक के कारण शॉर्ट सर्किट हुआ था जिससे ईंधन नियंत्रण स्विच बंद हो गए और विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। उन्होंने एफओआइए के तहत फ्लाइट डाटा रिकार्डर का डाटा मांगा है। वकील ने पायलट की गलती से इनकार किया है।

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    'पायलट की गलती से नहीं हुआ अहमदाबाद विमान हादसा' (फाइल)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुए एअर इंडिया के विमान (एआइ-171) हादसे में मारे गए अधिकांश अमेरिकी लोगों के परिवारों के वकील माइक एंड्रयूज ने दावा किया है कि नए साक्ष्यों से संकेत मिले हैं कि विमान में वाटर लीक के चलते शॉर्ट सर्किट होने से यह हादसा हुआ था। इसमें पायलट की कोई गलती नहीं थी।

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    अमेरिकी अटार्नी एंड्रयूज ने फ्रीडम आफ इन्फार्मेशन एक्ट (एफओआइए) के तहत याचिका दायर कर दुर्घटनाग्रस्त उड़ान के फ्लाइट डाटा रिकार्डर (एफडीआर) का डाटा मांगा है। एंड्रयूज ने कहा कि उनके पास उपलब्ध साक्ष्य से प्रतीत होता है कि विमान के पेयजल सिस्टम से पानी की लीकेज के कारण इलेक्ट्रिकल शार्ट सर्किट हुआ। उन्होंने आशंका जताई कि शॉर्ट सर्किट के कारण ईंधन नियंत्रण स्विच स्वत: बंद हो गए होंगे, जिसके परिणामस्वरूप विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ।

    पायलट की गलती से नहीं हुआ हादसा- अमेरिकी अटॉर्नी

    उन्होंने कहा कि यह हादसा चालक दल की गलती की वजह से नहीं हुआ। एंड्रूज ने 787-8, 787-9 और 787-10 जैसे कुछ बोइंग विमानों के लिए फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) के उड़ान संबंधी निर्देशों के आधार पर यह दावा किया।

    पानी लीक के चलते इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण में शॉर्ट सर्किट- एंड्रूज

    एंड्रूज ने बताया कि 14 मई 2025 को संघीय उड्डयन प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों में कहा गया कि इन विमानों की वाटरलाइन कपलिंग में पानी के रिसाव के कई मामले सामने आए हैं। निर्देशों में चेतावनी दी गई थी कि पानी के रिसाव से विमान के इलेक्ट्रानिक्स उपकरण बे में नमी आ सकती है जो उड़ान नियंत्रण प्रणालियों और एवियोनिक्स के लिए महत्वपूर्ण है। पानी लीक के चलते इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण में शॉर्ट सर्किट हो सकता है।

    एफएए ने अपने निर्देशों में साफ तौर पर बोइंग कंपनी के 787-8, 787-9, 787-10 जैसे कुछ बोइंग विमानों का जिक्र किया था। एअर इंडिया का भी जो विमान हादसे का शिकार हुआ, वह भी 787-8 ड्रीमलाइनर ही था। एफएए के निर्देश में विशेष रूप से इलेक्ट्रानिक्स उपकरण बे के ऊपर सीट ट्रैक के निरीक्षण को अनिवार्य किया गया है ताकि गायब या खराब हो चुके सीलेंट, नमी अवरोधक टेप का पता लगाया जा सके, जो सभी पानी के प्रवेश को रोकने के लिए डिजाइन किए गए हैं।

    12 जून को अहमदाबाद में हुआ विमान हादसा

    गौरतलब है कि 12 जून को, एअर इंडिया की उड़ान एआइ171, अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें 260 लोग मारे गए, जिनमें 229 यात्री, 12 चालक दल के सदस्य और 19 अन्य लोग शामिल थे। भारतीय विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआइबी) ने रिपोर्ट में बताया कि उड़ान भरने के 90 सेकेंड बाद ही विमान के दोनों इंजनों ने काम करना बंद कर दिया था। इससे विमान तेजी से नीचे गिरा।

    (समाचार एजेंसी एएनआइ के इनपुट के साथ)

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