Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दस साल में अर्थव्यवस्था में AI जोड़ सकता है 1.9 लाख करोड़ डॉलर, सरकार ने जारी की रिपोर्ट

    Updated: Mon, 15 Sep 2025 10:00 PM (IST)

    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) से नौकरी जाने की आशंका है लेकिन यह अर्थव्यवस्था को बढ़ाकर रोजगार भी पैदा कर सकता है। नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार 2035 तक एआई भारतीय अर्थव्यवस्था में 1.4-1.9 लाख करोड़ डॉलर जोड़ सकता है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि एआई तकनीक का इस्तेमाल देश के सभी जिलों में होना चाहिए।

    Hero Image
    दस साल में अर्थव्यवस्था में एआई जोड़ सकता है लाखों करोड़ों डॉलर (फाइल फोटो)

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) से बड़ी संख्या में नौकरी जाने की आशंका तो जाहिर की जा रही है, लेकिन एआई में अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करने के साथ बड़ी संख्या में नौकरी सृजन की भी क्षमता है।

    एआई भारत को विकसित बनाने में भी बड़ा मददगार साबित हो सकता है। इस संदर्भ में विकसित भारत के निर्माण में एआई के उपयोग को लेकर नीति आयोग की तरफ से रिपोर्ट तैयार की गई है जिसे सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और इलेक्ट्रॉनिक्स व आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जारी किया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    क्या है रिपोर्ट में?

    रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष आगामी 2035 वर्ष तक भारत की अर्थव्यवस्था आठ लाख करोड़ डालर से अधिक की हो जाएगी। इस आठ लाख करोड़ में एआई 1.4-1.9 लाख करोड़ डालर तक जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। एआई के इस्तेमाल से अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करने के लिए 18 सेक्टर की पहचान की गई है।

    इन सेक्टर में मुख्य रूप से फार्मा, साइबर सुरक्षा, मेडिकल उपकरण, शहरी निर्माण, परमाण ऊर्जा, स्पेस टेक्नोलाजी, क्लाउड सर्विस, औद्योगिक इलेक्ट्रॉनिक्स शामिल हैं। रिपोर्ट के मुताबिक एआई के इस्तेमाल से इन सेक्टर की लागत में कमी लाई जा सकती है जिससे भारत इन सेक्टर का बड़ा निर्माता बन सकता है जिससे बड़ी संख्या में रोजगार का सभी सृजन होगा।

    AI के क्षेत्र में पीछे नहीं रहेगा भारत

    रिपोर्ट को जारी करते हुए सीतारमण ने कहा कि विकास के लिए एआई से जुड़े टेक्नोलाजी को इस्तेमाल देश के सभी जिलों में होना चाहिए। उन्होंने कहा कि एआई जैसे टेक्नोलाजी के क्षेत्र में भारत किसी भी हाल में पीछे नहीं रह सकता है और भारत को इस क्षेत्र में दुनिया के नेतृत्व लायक बनाने की जरूरत है।

    इस मौके पर वैष्णव ने कहा कि एआई हमारे कामकाज करने के तरीके से लेकर हमारी जिंदगी तक को बदलने वाला है। उन्होंने कहा कि हमारे युवाओं का जो आत्मविश्वास है उसकी बदौलत हम विकसित भारत के सपने को पूरा कर सकते हैं।

    तीनों सेनाओं के टॉप कमांडरों से क्यों चर्चा कर रहे हैं पीएम मोदी, ऑपरेशन सिंदूर के बाद क्या है आगे का 'प्लान'?