Assam Flood: बाढ़ के बाद असम के बोंगाईगांव जिले में हो रहा नदी का कटाव, स्थानीय लोग खतरे में
असम के लोगों को बाढ़ के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बाढ़ के साथ-साथ असम के बोंगाईगांव जिले के बासबारी क्षेत्र के स्थानीय लोग अब बड़े पैमाने पर नदी कटाव की समस्याओं से जूझ रहे हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार हाल के दिनों में Aie नदी द्वारा उनके घरों और जमीनों को निगल लेने के बाद लगभग 30-40 परिवार बेघर हो गए हैं।

बोंगाईगांव (असम), एजेंसी। असम में भी इस समय बाढ़ के हालात हैं। लोगों को बाढ़ के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बाढ़ के साथ-साथ, असम के बोंगाईगांव जिले के बासबारी क्षेत्र के स्थानीय लोग अब बड़े पैमाने पर नदी कटाव की समस्याओं से जूझ रहे हैं।
स्थानीय लोगों के अनुसार, हाल के दिनों में Aie नदी द्वारा उनके घरों और जमीनों को निगल लेने के बाद लगभग 30-40 परिवार बेघर हो गए हैं।
#WATCH | Villagers of Basbari in the Bongaigaon district of Assam are facing problems due to river erosion in the area.
— ANI (@ANI) July 15, 2023
"30-40 families have lost their homes due to river erosion and many of them left this area. My house is also located nearby the river. I am also now fearing… pic.twitter.com/xi2tJmgRAH
हाल के दिनों में, Aie नदी ने एक बाजार क्षेत्र, लगभग 40 घर, एक मंदिर, एक मस्जिद और कई बीघे कृषि भूमि को बर्बाद कर दिया।
नदी के भारी कटाव के कारण कई ग्रामीणों को बासबाड़ी क्षेत्र छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा और वे अन्य स्थानों पर चले गए।
पिछले दो सालों से हो रही लोगों को समस्या
बासबाड़ी इलाके के निवासी नरुत्तम मजूमदार ने ANI को बताया कि, पिछले दो सालों में इलाके के लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ा है।
नरुत्तम मजूमदार ने कहा, नदी के कटाव के कारण लगभग 30-40 परिवारों ने अपने घर खो दिए हैं और उनमें से कई ने यह क्षेत्र छोड़ दिया है। मेरा घर भी नदी के पास ही स्थित है। मुझे भी अब यह डर सताने लगा है कि नदी मेरे घर को निगल जायेगी और इसी कारण से मैं अब अपने घर को नष्ट कर रहा हूं। हम कहां जाएंगे, कहां रहेंगे। इस क्षेत्र के अधिकांश ग्रामीण मजदूर हैं और कुछ ग्रामीण छोटे व्यवसाय में लगे हुए हैं।
उन्होंने आगे कहा कि इससे पहले भी नदी एक मंदिर, एक मस्जिद और एक बाजार क्षेत्र को भी अपने साथ बहा ले गई। इसके साथ ही एक स्कूल भी बह गया।
30 हजार से अधिक घर हुए जलमग्न
वहीं बसबारी गांव निवासी सद्दाम हुसैन ने कहा कि लोगों को अब काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
सद्दाम हुसैन ने कहा कि नदी के कटाव के कारण 30 से अधिक घर जलमग्न हो गए। इससे पहले नदी ने इस क्षेत्र के मंदिर, मस्जिद और कई बीघे कृषि भूमि को निगल लिया था। इस क्षेत्र के लोग अब डर में जी रहे हैं।
उधर, स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार ने नदी कटाव रोकने के उपाय किये गए हैं, लेकिन मिट्टी का कटाव अब भी जारी है।

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